Psychiatrist के पास भीड़

डॉ निधि श्रीवास्तव के अनुसार उनके पास एक दिन में कम से कम 20 स्टूडेंट्स अपनी प्रॉब्लम्स लेकर आते हैं। ज्यादातर स्टूडेंट्स घबराहट की वजह से भूल जाने की शिकायत, नींद नहीं आना, भूख नहीं लगना जैसे प्रॉब्लम लेकर आते हैं। कई बच्चे फोन के जरिए अपने प्रॉब्लम को शेयर कर सॉल्यूशन मांगते हैं। कई बार पेरेंट्स भी अपने बच्चों के बढ़ते स्ट्रेस को कैसे कम किया जाए? बच्चों के साथ कैसा विहेवियर हो? जैसे कई क्वेश्चन लेकर आते है।

क्या है solution?  
डॉ निधि श्रीवास्तव कहती हैं कि स्टूडेंट्स के इस प्रॉब्लम के कई सारे सॉल्यूशन हैं। सबसे पहले तो पेरेंट्स को स्टूडेंट्स को प्रेशर देने के बजाए उनकी एक्स्ट्रा केयर करनी चाहिए। घर के माहौल को एकदम स्ट्रेस फ्री रहने देना चाहिए। फिलहाल स्टूडेंट्स पर माक्र्स ज्यादा लाने या टॉपर बनने का प्रेशर बिलकुल भी न डालें। बच्चों के साथ फ्रेंडली विहेवियर बनाए रखने पर स्टूडेंट्स का स्ट्रेस काफी हद तक कम हो जाता है।

ये हैं प्रॉब्लम्स
एग्जामिनेशन नर्वसनेस : उलझन होना
एग्जामिनेशन फोबिया : एग्जाम को लेकर डर होना
एग्जामिनेशन एंग्जाइटी : चिंता व टेंशन होना
पल्पीटेशन  : एकदम से     घबराहट होना
एग्जामिनेशन फीवर : ब्लड सर्कुलेशन का बढ़ जाना जिस वजह से फीवर आ जाती है।
मेमोरी इंपेयरमेंट : पुरानी चीजों को भूलने लगना, जिस वजह से सिंपेथेटिक नर्वेस सिस्टम डाउन होने लगती है। जिस वजह से बीपी लो हो जाता है जिससे कमजोरी और मानसिक अशांति होने लगती है।

एग्जाम से पहले इस पर दें ध्यान
-एग्जाम हॉल पहुंचने से पहले डीप ब्रेथ ले और अपने आपको कॉल्म रखें।
-क्वेश्चन को बिलकुल कॅान्संट्रेशन के साथ पढ़ें। इजी आने पर ओवर एक्साइटेड और टफ आने पर बिलकुल नर्वस होने की जरुरत नहीं है।
-न्यू टॉपिक को बिलकुल भी पढऩे की कोशिश न करें।
-एग्जाम के ठीक एक घंटे स्टडी करना छोड़ दें और जो भी पढ़ा है उस पर विलिव करें।

स्टूडेंट्स अपनी स्ट्रेस की प्रॉब्लम लेकर हमारे पास काफी आ रहे हैं। एक दिन में कम से कम 20 स्टूडेंट्स मुझसे स्ट्रेस फ्री होने के सजेशन मांगते हैं। फोन में भी कई स्टूडेंट्स सॉल्यूशन पूछते हैं।
डॉ निधि श्रीवास्तव, साइकोलॉजिस्ट

मेरी बेटी बोर्ड एग्जाम को लेकर काफी टेंशन में है। एग्जाम में बस कुछ ही दिन बचे हैं और अचानक से वो एग्जाम को लेकर डर रही है। मैने उसके लिए साइकोलॉजिस्ट से कंसल्ट किया है।
अनीता, हाउसवाइफ

एग्जाम को लेकर मेरे अंदर एक अजीब सी बेचेनी बढ़ रही है, समझ नहीं आ रहा है कि अचानक से इतना टेंशन और प्रेशर क्यों फील कर रहा हूं।
आरव सिन्हा, स्टूडेंट

Reported by: neha.verma@inext.co.in

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