मेरठ में केजरीवाल ने यूपी चुनाव के लिए ठोंकी ताल

विशेष वर्ग को लुभाकर चुनावी समीकरण बदलने की तैयारी

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-भीड़ देखकर गदगद केजरीवाल, कहा वोट मांगने नहीं आया

-सूबे के विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर प्रत्याशी लड़ाएगी आप- सूत्र

-पीएम मोदी को बताया भ्रष्ट, नोटबंदी के परेशान है आम आदमी

Meerut : विधानसभा चुनाव की यूपी में सरगर्मी तेज है। लिहाजा आम आदमी पार्टी भी यूपी के सियासी मूड को समझ रही है। मेरठ में आयोजित जनसभा देखकर आप नेताओं के चेहरे खिले दिखे। जनसभा में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों की मौजूदगी ने आम आदमी पार्टी (आप) का कद यूपी की सियासत में बढ़ा या है। दरअसल सपा और बसपा के कैडर वोट पर आम आदमी पार्टी सेंध लगाना चाहती है। तो वहीं नोटबंदी ने भी आम आदमी पार्टी को नया सियासी हथियार दे दिया। नोटबंदी पर आम जनता का दर्द बयां करते हुए केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को भ्रष्ट बताया। आरोप लगा दिया कि गुजरात का सीएम रहते हुए 40 करोड़ रुपये की रिश्वत बिड़ला और सहारा से ली थी।

वोट मांगने नहीं आया

आई नेक्स्ट के सवाल पर दिल्ली के सीएम और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पार्टी यूपी से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। तस्वीर सियासी बयान के उलट है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी यूपी में सियासी जमीन तलाशने के लिए पब्लि्क का मूड भांप रही है। कहा जा रहा है कि आप विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। इनमें ज्यादातर शहरी क्षेत्रों को ही चुना जाएगा। कोर कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि मेरठ के बाद अब सात दिसंबर को बनारस और 18 दिसंबर को लखनऊ में जनसभा कर केजरीवाल यूपी की आवाम का मूड समझेंगे। जनसभा के दौरान कई ऐसे चेहरे भी मंच पर नजर आए तो आप की पतवार से विधानसभा चुनाव की 'वैतरणी' पार करना चाह रहे हैं। कई ने समर्थकों के साथ अपनी दावेदारी भी ठोंकी है।

मुस्लिमों के बीच 'आप'

मेरठ के कारी सफीकुर्रहमान, शाही ईदगाह कमेटी के पदाधिकारी मोहम्मद अनस आदि सहित मुस्लिम समुदाय के बड़े नेताओं ने आप की जनसभा में शिरकत की। मोदी के विरोध में जनसमर्थन जुटा रहे केजरीवाल को वेस्ट यूपी ने दिल खोलकर समर्थन दिया है तो वहीं सपा-बसपा से नाराज मुस्लिमों को एक सशक्त मंच मिला है। कोर टीम का यह भी कहना है कि आम आदमी, गरीब मजदूर को अपना वोट बैंक मान रही आप की 7 दिसंबर की बनारस रैली फैसला करेगी तो वहीं मेरठ में केजरीवाल ने यूपी चुनाव की 'टोन' सेट कर दी है। नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में मुस्लिमों मतदाता भी जनसभा में जुटा था।

भ्रष्ट हैं पीएम नरेंद्र मोदी

लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में पहली बार जनता के बीच पहुंचे केजरीवाल को बड़ा जनसमर्थन मिला। जनसभा में नोटबंदी पर पीएम मोदी को घेरते हुए केजरीवाल ने कहा कि अपने दोस्तों (अडाणी, अंबानी, विजय माल्या) का कर्जा माफ कर रहे हो और हमें (आम जनता) को लाइन में खड़ा कर दिया। गुजरात के सीएम रहते हुए नरेंद्र मोदी ने 2013 में बिड़ला और 2014 में सहारा से रिश्वत के तौर पर 40 करोड़ रुपये लिए थे। कथित दस्तावेजों को केजरीवाल ने जनसभा में पेश तो किया किंतु प्रमाणिकता पर खुद ही सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 'जांच कराएं.' नोटबंदी को आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला (आठ लाख करोड़) करार देते हुए केजरीवाल ने कहा कि जनता लाइन में लगने का एक-एक पल का हिसाब लेगी। इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया, संजय सिंह, गोपाल राय ने नोटबंदी पर भाजपा सरकार को जमकर कोसा।