कैंट पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए कातिल को तमंचा के साथ किया अरेस्ट

हत्यारोपी ने दस परसेंट पर लिये थे दो लाख रूपये, प्रतिमाह ब्याज की रकम देने का था वादा

ALLAHABAD: मूल जमा था और ब्याज की वसूली जारी थी। बीच में गैप हुआ तो दबाव बढ़ा और कर्जदार दबाव झेल नहीं सका। इसके बाद उसने कर्ज देने वाले को ही निपटाने की योजना बना ली, जो किसी जमाने में उसका जिगरी था। कुछ यही कहानी निकलकर आई है पंकज पोरवाल हत्याकांड के खुलासे में। हत्या बीते गुरूवार की रात चौफटका मिलिट्री फार्म हाउस के निकट की गई थी। पकड़ा गया हत्यारोपी कौशांबी के पिपरी का प्रमोद कुमार यादव है। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा और दो कारतूस बरामद किया है। खुलासा पुलिस लाइंस में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने सोमवार को किया।

ब्याज के लिए बना रहा था दबाव

एसएसपी के अनुसार हत्यारोपी प्रमोद कुमार यादव और पंकज पोरवाल आपस में अच्छे दोस्त थे। दो साल पहले घर की माली हालत बिगड़ने पर प्रमोद ने पंकज से दस प्रतिशत ब्याज पर दो लाख रूपये लिए। ब्याज की रकम प्रतिमाह देने की बात तय हुई थी। शुरू में प्रमोद ब्याज की रकम नियमित देता रहा, लेकिन बीच में फिर स्थिति खराब हुई तो वह पैसे नहीं दे पाया। जब कई महीने का गैप हो गया तो पंकज उस पर ब्याज की रकम के साथ ही अब मूल धन लौटाने का दबाव भी बनाने लगा। इससे दोनों के संबंधों में खटास भी आ गई।

तो निपटाने का बनाया प्लान

कुलकर्णी के अनुसार पुलिस की पूछताछ में प्रमोद ने बताया कि जब उसे लिए गए कर्ज और ब्याज की रकम लौटाने का कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने पंकज को ही निपटाने की योजना बना ली। प्रमोद ने बताया कि वह छह महीने पहले मिलिट्री फार्म एरिया में चौकीदारी करता था। इस वजह से उसे एरिया के सभी रास्तों की ठीक से जानकारी थी। गुरूवार को प्रमोद ने पंकज को फोन किया और ब्याज की रकम देने के बहाने मिलिट्री फार्म हाउस के पास बुलाया। पंकज जैसे ही वहां पहुंचा प्रमोद ने उसे चलती बाइक पर ही पीछे से दो गोली मारी। इससे पंकज लहूलुहान होकर बाइक समेत नीचे गिर पड़ा और प्रमोद वहां से फरार हो गया।

दो तमंचा का किया इस्तेमाल

प्रमोद ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि पंकज की हत्या में उसने दो तमंचा का इस्तेमाल किया था। भागते समय उसने दोनों तमंचा वहीं कैटल यार्ड में छुपा दिया। इसके बाद अपने गांव चला गया। इधर, पुलिस ने पंकज के मोबाइल पर आई काल्स को चेक किया तो प्रमोद का नंबर भी सामने आया। फिर कर्ज की बात सामने आने पर पुलिस ने प्रमोद के पीछे मुखबिर लगाया और उसके हत्यारोपी होने की बात सामने आने के बाद सोमवार को मुखबिर की सूचना पर चौफटका के पास से गिरफ्तार कर लिया।