गांव में शराब तस्करी के खिलाफ था आक्रोश

- ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया आरोप

Meerut: गांव में जोरों पर चल रही शराब तस्करी के विरोध में शनिवार को ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर था। काफी संख्या में किला परीक्षितगढ़ स्थित एक गांव के कई लोगों ने पुलिस ऑफिस पर प्रदर्शन किया। महिलाएं हाथ में मिट्टी के तेल की बोतल लेकर पहुंच गई और हवा में लहराते हुए आत्मदाह की धमकी देने लगीं, जिसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और बोतलें छीन लीं। ग्रामीणों ने पुलिस पर ही तस्करी कराने का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचे एसपी रूरल ने गांव वालों को समझाने का प्रयास किया। कार्रवाई का आश्वासन देते हुए उनका प्रदर्शन शांत कराया।

पुलिस ने छीनी बोतल

किला परीक्षितगढ़ के गांव चितमाना शेरपुर के कई ग्रामीणों का शनिवार को शराब की तस्करी और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। ग्राम प्रधान की अगुवाई में ग्रामीण नारेबाजी करते हुए पुलिस ऑफिस पहुंच गए, जिसमें काफी संख्या में महिलाएं भी थीं। करीब सात महिलाओं के हाथ मिट्टी के तेल की बोतल थी। वे हवा में लहराते हुए आत्मदाह की धमकी दे रहीं थीं।

एसपी रुरल ने दिया आश्वासन

ग्रामीणों का गुस्सा सबसे ज्यादा पुलिस के खिलाफ था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस गांव में शराब तस्करी कराती है। पुलिस फोन कर कहती है कि शराब जमीन में छिपा दो। फिर दबिश देकर ग्रामीणों को तंग करती है। शराब तस्कर ग्रामीणों को शराब पीने के लिए मजबूर करते हैं। महिलाओं के साथ मारपीट करते हैं। ग्रामीणों के जोरदार प्रदर्शन को देखते हुए एसपी रूरल प्रवीण रंजन सिंह मौके पर पहुंच गए। एसपी ग्रामीण ने काफी समझाया, लेकिन ग्रामीण शांत होने को राजी नहीं थे। एसपी ग्रामीण ने शराब तस्करों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।