डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में की घोषणा

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सूबे को बड़ा तोहफा देने जा रही है। सरकार की योजना है कि प्रदेश में केजी टू पीजी की नि:शुल्क शिक्षा ऐसे बच्चों को प्रदान की जाए, जिनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। यह घोषणा उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने की है। वे इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के दूसरे स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

निजी विश्वविद्यालयों के लिए कानून

डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार पिछड़े तबके को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना चाहती है। ऐसे में सरकार का पूरा जोर सस्ती और सुलभ शिक्षा मुहैया कराने पर है। उन्होंने कहा कि केजी टू पीजी का कान्सेप्ट राजकीय विद्यालयों से शुरू किया जाएगा। प्रदेश सरकार निजी विश्वविद्यालयों के लिए कानून को जल्द ही अमली जामा पहनाने जा रही है।

70 फीसदी पाठ्यक्रम एक समान

उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्किल डेवलपमेंट के चार विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। सभी विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने 70 फीसदी पाठ्यक्रमों को एक समान रखें बाकि 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम विश्वविद्यालयों में अलग-अलग हो सकते हैं। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय सितम्बर-अक्टूबर में दीक्षांत समारोह का आयोजन करेंगे। ऐसा नहीं होगा कि विश्वविद्यालय अपने मनमुताबिक जब चाहें जिस महिने में दीक्षांत समारोह का आयोजन करें।

योग्यता हो शिक्षक भर्ती का मापदंड

डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों को साफ निर्देश दिया है कि वे अपने यहां शिक्षक भर्ती के सभी खाली पदों को भर लें। लेकिन भर्ती का एकमात्र मापदंड योग्यता होनी चाहिए। शिक्षकों का डेटा बैंक स्टेट लेवल पर तैयार किया जा रहा है। इसमें प्रत्येक शिक्षक की उपलब्धियों का ब्यौरा होगा। ऐसे शिक्षकों का ब्यौरा ऑनलाइन होने से एक ही क्लिक पर कोई भी कहीं भी बैठकर जान सकेगा कि संबंधित शिक्षक की योग्यता क्या है? सरकार ने एक साल में 200 दीन दयाल उपाध्याय मॉडल विद्यालय खोलकर रिकार्ड बनाया है।