- एंटीबायोटिक दवाओं के लिए बनेगी रणनीति

LUCKNOW: आई नेक्स्ट की खबर का संज्ञान लेते हुए केजीएमयू में दवाओं की किल्लत को दूर करने के प्रयास शुरू हो गए हैं। आई नेक्स्ट ने अपने सोमवार के अंक में केजीएमयू में दवाओं की कमी को लेकर खबर प्रकाशित की थी। गुरुवार को केजीएमयू के वीसी प्रो। रविकांत ने परचेज कमेटी की मीटिंग कर दवाओं की कमी दूर करने के निर्देश दिए हैं।

पहले भी भेजी गई थी नोटिस

जिस कम्पनी को दवा सप्लाई का ठेका मिला था, उसने बिड में बहुत कम रेट्स कोट किए थे। ऐसे में सप्लाई में लापरवाही बरती जा रही थी। पिछले महीने और दो महीने पहले भी नोटिस देने के कारण कम्पनी ने दो खेप में दवाएं सप्लाई की। लेकिन फिर भी ये दवाएं नाकाफी हैं। इसलिए केजीएमयू प्रशासन ने तय किया है कि एल क् के साथ ही एल ख्, एल फ् कम्पनियां भी दवाएं सप्लाई करेंगी। एल क् से यह लिखवा लिया गया है कि वह सप्लाई नहीं कर पा रही है।

कमेटी तय करेगी दवाओं के नाम

वीसी ने एक कमेटी भी बनाने के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी एवीडेंस बेस्ड सर्च करेगी और देखेगी कि कौन सी दवाएं ऐसी हैं, जो ज्यादा लिखी जा रही हैं। एंटीबायोटिक के मामले में यूनीफार्मेटी लाई जाएगी ताकि एक विभाग जिन एंटीबायोटिक का प्रयोग करें उन्हीं को दूसरे विभाग भी लिखें।