- विस्तृत की जगह बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाने की तैयारी

- अमेरिकन पैटर्न के आधार पर बदला गया पैटर्न, अगले सत्र से लागू करने की तैयारी

LUCKNOW: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में डेंटल के स्टूडेंट्स का परीक्षा पैटर्न बदलेगा। नए नियम के तहत अमेरिकन पैटर्न से परीक्षा आयोजित होगी। जिसे आने वाले सत्र ख्0क्ब्-क्भ् से ही लागू किया जाएगा। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के परीक्षा लेने के तरीकों को पहले आंतरिक परीक्षाओं में लागू किया जाएगा। मेडिकोज को एक बार यदि पैटर्न समझ में आ गया तो इसे फाइनल परीक्षाओं में भी लागू किया जाएगा।

क्9म्0 डिकेड का पैटर्न

केजीएमयू में अभी भी एग्जाम पैटर्न क्9म्0 डिकेड का ही चल रहा है। टाइम-टाइम पर इसमें चेंजेस किए गए, लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर मेडिकल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट पिछड़ते चले गए। वीसी प्रो। रविकांत ने कार्यभार सम्भालने के कुछ दिन बाद ही एग्जाम पैटर्न को चेंज करने की कवायद शुरू कर दी थी।

होंगे बहुविकल्पीय प्रश्न

नए मेडिकोज को नए पैटर्न पर परीक्षा देनी होगी। इसमें बहुविकल्पीय प्रश्नों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा प्रैक्टिकल या हैंड्स ऑन लर्निग भी नए पैटर्न में शामिल होगी। इससे स्टूडेंट्स को एग्जाम में अधिक मा‌र्क्स मिल सकेंगे। अभी तक जो प्रश्न पूछे जाते हैं उनमें विस्तृत उत्तर देना होता है।

स्टूडेंट्स को होगा फायदा

अमेरिकन पैटर्न से एग्जाम होने से स्टूडेंट्स को अधिक फायदा होगा। उनको ज्यादा अंक मिलेंगे। जिससे वे यूपीसेक सेवा आयोग और आर्मी के एंट्रेंस एग्जाम में आसानी से क्वालीफाई कर सकेंगे। वर्तमान में केजीएमयू में मार्किग टाइट होने के कारण स्टूडेंट म्भ् परसेंट से ज्यादा नम्बर नहीं ला पाते, जबकि प्राइवेट कॉलेजेस के स्टूडेंट्स को 70 से 80 परसेंट नम्बर आसानी से मिल जाते हैं। इसके कारण केजीएमयू के स्टूडेंट विभिन्न मेरिट में पिछड़ जाते हैं।

कटऑफ ही 70 परसेंट है

आर्मी में भर्ती के लिए कटऑफ ही 70 परसेंट है। ऐसे में ज्यादा छात्र अभी अप्लाई ही नहीं कर पाते। इसके अलावा नए पैटर्न में वायवा को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा। अभी तक फ‌र्स्ट सेकेंड और थर्ड इयर के स्टूडेंट्स से वायवा पर एग्जाम डिपेंड करता था। जिससे मेडिकोज की ओर से कई बार भेदभाव का भी आरोप लग चुका है।