- केजीएमयू में सिक अटेंडेंट कर रहे बाबू और स्वीपर का काम

- वीसी ने दिया रजिस्ट्रारऔर हेड्स को स त निर्देश

- सिक अटेंडेंट से कोई और काम न लिया जाए

LUCKNOW: उमेश पिछले कई वर्षों से केजीएमयू में वीसी ऑफिस में काम कर रहे हैं। जबकि, उनका मूल काम सिक अटेंडेंट का है यानी बीमार मरीजों की देखरेख करना। वहीं, लैब अटेंडेंट इंद्रपाल भी पिछले कई सालों से ब्लड की जांच का काम छोड़ वीसी दफ्तर में फाइले निपटा रहे हैं। इसके अलावा टेलीफोन ऑपरेटर दीपक रजिस्ट्रार ऑफिस में बाबू का काम कर रहे हैं। ऐसे दर्जनों सिक अटेंडेंट और लैब टेक्नीशियन हैं जो अपना काम छोड़ सुविधाजनक कार्यो में लगे हैं। भले मरीजों को उनके न होने से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो।

मौज के दिन खत्म

हालांकि, अब ऐसे अन्य कर्मचारी अपना मूल काम छोड़ दूसरी जगह मौज नहीं कर सकेंगे। वीसी प्रो। रविकांत ने कर्मचारियों को इनके मूल काम में लगाने के लिए रजिस्ट्रार और सभी हेड्स को निर्देश दिए हैं। दरअसल, वीसी प्रो। रविकांत राउंड ले रहे थे खबर मिली थी, जिसके बाद उन्होंने शनिवार को रजिस्ट्रार और सभी विभागाध्यक्षों को पत्र लिखकर सिक अटेंडेंट्स को चिन्हित कर उन्हें उनके मूल काम में लगाने का आदेश दिया है। जबकि बड़ी संख्या में सिक अटेंडेंट अपने मूल काम को छोड़कर कोई स्वीपर का काम कर रहा है तो कोई बाबू का। एक आध ड्राइविंग में भी लगे हैं। यही नहीं वीसी आफिस में ही सिक अटेंडेंट उमेश पिछले कई सालों से स्वीपर का काम कर रहा है जबकि उसका काम मरीजों की देखभाल करना है।

लैब टेक्नीशियंस की कमी

सिक अटेंडेंट के अलावा लैब टेक्नीशियंस की केजीएमयमू में भारी कमी है। फिर भी कई लैब अटेंडेंट वीसी आफिस, वीसी के घर पर और रजिस्ट्रारकार्यालय में बाबू का काम देख रहे हैं। जिसके कारण पैथोलॉजी में हमेशा कर्मचारियों की कमी के कारण बवाल होता है। नए वीसी के आने से अब उ मीद है कि कर्मचारियों को उनके मूल कामों में वापस भेजकर पेशेंट केयर में लगाए जाने से मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी। उधर कुली मनोज भी वीसी आफिस और एक लैब अटेंडेंट वीसी के घर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जबकि इनके वास्तविक कार्य कहीं और हैं।

वीसी ने जारी किया मेमो

केजीएमयू के वीसी प्रो। रविकांत ने केजीएमयू में कई सीनियर डॉक्टर्स को ओपीडी में न रहने के कारण मेमो जारी किया है। इसमें पूर्व डिप्टी एमएस डॉ। जेडी रावत, एनेस्थीसिया की डॉ। सरिता सिंह, पैथोलॉजी की डॉ। मीनाक्षी, सहित लगभग दर्जन भर डॉक्टर हैं जो वीसी को राउंड के दौरान ओपीडी से गायब मिले। इससे पहले वीसीरविकांत ने राउंड लेकर कई बार डॉक्टर्स को ओपीडी में समय से पहुंचने के लिए निर्देश दिया था। कई डॉक्टर्स को ओपीडी व क्लास से गायब रहने पर नोटिस भी दिया था। लेकिन सीनियर डॉक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिसके बाद वीसी को यह कदम उठाना पड़ा।