लगाया जाएगा लिक्विड ऑक्सीजन टैंक

हर बेड तक पहुंचाई जाएगी सुविधा

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LUCKNOW: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में ऑक्सीजन सिलेंडर की समस्या को दूर करने के प्रयास जारी हो गए हैं। जिसके तहत ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रयोग ही खत्म कर दिया जाएगा और इसके स्थान पर संस्थान में लिक्विड ऑक्सीजन टैंक लगाया जाएगा। जिससे हर बेड तक ऑक्सीजन पाइपलाइन द्वारा पहुंचाई जाएगी।

प्रस्ताव तैयार कर

सीएमएस डॉ। एससी तिवारी ने इसका प्रस्ताव तैयार कर वीसी प्रो। रविकांत को भेजा है। अगर वीसी की मंजूरी मिल गई तो केजीएमयू में मरीजों के तीमारदारों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। न ही रोज रोज ऑक्सीजन सिलेंडर के खत्म होने की समस्या का सामना करना पड़ेगा। वर्तमान में प्राइवेट संस्था केजीएमयू में ऑक्सीजन सिलेंडर्स की आपूर्ति करती है। जिसके कारण आए दिन सिलेंडर्स की समस्या बनी रहती है। सबसे ज्यादा दिक्कत पल्मोनरी मेडिसिन विभाग, मेडिसिन , और ट्रॉमा सेंटर में होती। क्योंकि इन्हीं तीन जगहों पर सांस से सम्बंधित दिक्कतों वाले मरीज रहते हैं। थोड़ी सी देर होने पर मरीजों की जान पर बन आती है। जिसके बाद सीएमएस, एमएस और डीएमएस ने मिलकर बैठक की और मरीजों को इस समस्या से छुटकारा दिलाने का प्रस्ताव तैयार किया।

बजेगा ब्7 लाख रुपया

प्रपोजल के अनुसार वर्तमान में ऑक्सीजन सिलेंडर पर केजीएमयू में सालाना एक करोड़ 7म् लाख भ्0 हजार रुपए का सालाना व्यय हो रहा है। अगर केजीएमयू में अपना लिक्विड ऑक्सीजन टैंक लगता है तो सलाना सिर्फ एक करोड़ फ्ख् लाख भ्7 हजार रुपए का ही खर्च आएगा। इस प्रकार से केजीएमयू सलाना ब्7 लाख से ज्यादा रुपए बचा लेगा। जो मरीजों के हित में अन्य योजनाओं में काम आएगा। प्रपोजल के अनुसार इस सभी विभागों में हर बेड तक पाइप लाइन बिछाकर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। ताकि मरीजों को इसके लिए शिफ्ट भी न करना पड़े। ट्रॉमा सेंटर, मेडिसिन विभाग, पल्मोनरी मेडिसिन में यह काम सबसे पहले किया जाएगा। ताकि इन मरीजों को जल्दी समस्या से निजात मिले।