- परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

- नियोनेटल यूनिट में भर्ती था बच्चा

LUCKNOW: केजीएमयू के क्वीन मेरी चिकित्सालय में डॉक्टर्स की लापरवाही से बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि बच्चा दोपहर तक बिल्कुल ठीक था, डॉक्टर ने गलत तरह से नली डाली जिसके कारण हुई ब्लीडिंग से उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बच्चे की मौत पर खूब हंगामा भी किया।

नॉर्मल डिलीवरी से हुआ बच्चा

गोसाईगंज के दिलार निवासी दिनेश ने अपनी वाइफ पुष्पा को क्वीन मेरी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां संडे को नॉर्मल डिलीवरी से बच्चा हुआ। दिनेश ने बताया कि डॉक्टर खुद बच्चे को निप्पल से दूध पिला रहे थे। दोपहर में डॉक्टर्स ने कहा कि पेट में दूध जम गया है और उन्होंने नली निकालकर दुबारा लगाया। जिसमें ब्लड आने लगा। हमने टोका तो उन्होंने मारने की धमकी दी।

दिनेश ने आरोप लगाया

दिनेश ने बताया कि हमसे ब्लड लाने के लिए सैम्पल देकर ब्लड बैंक भेज दिया गया, लेकिन लगभग फ् बजे फोन आया कि बच्चे की मौत हो गई है। दिनेश ने आरोप लगाया कि बच्चे के पास किसी को जाने भी नहीं दे रहे थे और कुछ जानकारी भी नहीं देते। सीनियर डॉक्टर के आने के समय सबको बाहर कर दिया जाता कि कोई शिकायत न कर दे।

मामले की जानकारी नहीं

परिजनों ने इसके बाद डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगा खूब हंगामा किया। कोई रास्ता न देख परिजनों ने पुष्पा की छुट्टी करा दी और घर चले आए। सीएमस डॉ। एससी तिवारी ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। अगर किसी मरीज को दिक्कत है तो वह पीआरओ से या सुप्रीटेंडेंट ऑफिस में शिकायत कर सकता है। उचित कार्रवाई की जाएगी।