- सीनियर्स को विश न करने पर की जा रही रैगिंग

- टीटी हॉल में इकट्ठा कर रात एक बजे ली रैगिंग

- टीजी में मारपीट का बवाल पहुंचा एसपी हॉस्टल तक, प्रशासन दो दिन बाद भी अंजान

LUCKNOW: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में खुलेआम रैगिंग जारी है। टीजी हॉस्टल में सीनियर्स एक दिन पहले ही एक जूनियर स्टूडेंट्स को सीनियर्स ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा। हो सकता है कि मामला फ्रेशर बैच का न होने के कारण केजीएमयू प्रशासन इससे इनकार करें। लेकिन पिछले दिनों से टीजी हॉस्टल और सरदार पटेल हॉस्टल में जो हुआ उससे जूनियर्स सकते में हैं। रात में क् बजे बुलाकर सबको धमकाया जा रहा है कई के साथ मारपीट भी हुई।

क्या था मामला

मेडिकोज के अनुसार सोमवार मंगलवार की रात टीजी हॉस्टल में शराब के नशे में ख्0क्ख् बैच के सीनियर्स ने ख्0क्फ् बैच के जूनियर को दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इस जूनियर स्टूडेंट के एग्जाम चल रहे हैं और उसने सीनियर्स के आदेशों का पालन एग्जाम के कारण करने से मना कर दिया था। जिसके बाद ही सीनियर्स ने उसके साथ मारपीट और गाली गलौज की। इसके बाद अन्य जूनियर आए और दोनो बैच के ख्0क्फ् बैच के बीडीएस और ख्0क्ख् बैच के एमबीबीएस स्टूडेंट्स में खूब झगड़ा हुआ। देर रात में मेडिकोज आपस में मारपीट करते रहे। मारपीट की इस घटना की जानकारी वार्डेन डॉ। अभिनव अरूण सोनकर को दी गई जिसके बाद उन्होंने स्टूडेंट्स की खबर ली। मामले पर उन्होंने गुरुवार को दोनों पक्षों को बुलाकर उनका बयान भी लिया। लेकिन ऐसे गम्भीर मामले में उन्होंने प्रशासन को इसकी सूचना नहीं दी।

पहुंचा सरदार पटेल हॉस्टल

केजीएमयू के सूत्रों के मुताबिक जूनियर सीनियर्स के बीच का मामला सरदार पटेल हॉस्टल भी पहुंच गया। क्योंकि इन्हें समझाने के लिए ख्0क्0 बैच के कुछ सीनियर टीजी हॉस्टल पहुंचे तो ख्0क्ख् बैच के स्टूडेंट्स ने उन्हें भी घेर लिया और गाली गलौज की। इस बैच के कुछ स्टूडेंट टीजी और कुछ सरदार पटेल छात्रावास में रहते हैं। जिसके कारण मामला केजीएमयू के टीजी टीजी हॉस्टल से सभी बैच के मेडिकोज तक पहुंच गया। खूब हल्ला हुआ लेकिन टीचर्स को भनक तक न लगी।

एक घंटे तक खड़ा रखा

जूनियर्स ने आई नेक्स्ट को भेजे ईमेल में कहा है कि सीनियर्स ने उन्हें टीटी हॉल में बुलाया था। उन्होंने हमें विश न करने के लिए भद्दी गालियां दी। यही नहीं उन्होंने जिसके बाद मंगलवार बुधवार की रात सरदार पटेल हॉस्टल में सीनियर्स ने जूनियर्स को रात क् बजे इकट्ठा किया। जूनियर्स का आरोप है कि सीनियर्स ने रैगिंग ली और लगातार एक घंटे तक हॉल में खड़ा रखा गया। हॉल में चार सीनियर्स ने क्भ्0 से ज्यादा लड़कों के साथ खूब गाली गलौज की। जूनियर्स का आरोप है कि उन्होंने एक जूनियर की जमकर दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इसके बाद उन्होंने जूनियर्स को औकात में रहने की हिदायत देते हुए सीनियर जूनियर का लिहाज करने के आदेश दिए। कुछ सीनियर्स कुछ लड़कों के नाम चिन्हित कर कहा है कि उन्हें बाद में पीटने की बात कही है। इसके कारण लड़के डरे हुए हैं। हालांकि केजीएमयू प्रशासन ऐसी किसी भी घटना से इनकार कर रहा है।

आईनेक्स्ट को भेजा ईमेल

मेडिकोज ने आईनेक्स्ट को ईमेल भेजकर मामले में मदद की गुहार की है। जूनियर्स का कहना है कि सीनियर्स उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं और टीचर भी उनकी नहीं सुनते। जूनियर्स का कहना है कि लगातार हो रही मारपीट की घटनाओं के कारण वह मेंटल ट्रॉमा से जूझ रहे हैं। जूनियर्स का कहना है कि सीनियर्स ने सिर्फ इसलिए मारपीट की कि वह उन्हें रीडिंग रूम में विश नहीं करते। इसके अलावा भी उन्होंने कई फर्जी आरोप लगाकर मारपीट की।

फ‌र्स्ट इयर वाले स्टूडेंट्स को न्यू चक्रवर्ती छात्रावास में रखा गया है। रैगिंग का कोई सवाल ही नहीं है। अगर दो दो साल सीनियर स्टूडेंट आपस में मारपीट करते हैं तो एक गम्भीर मामला है। यह एलयू नहीं है जहां मारपीट की घटनाएं बर्दाश्त की जाएंगी। अगर शिकायत मिली और कोई दोषी पाया गया तो उसे बर्खास्त कर दूंगा। मामले की जानकारी ली जाएगी।

प्रो। एसएन कुरील, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू