- टीजी स्थित कर्मचारी आवास का मामला

- छठे फ्लोर पर फंसी रही 10 साल की बच्ची

LUCKNOW:किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रांस गोमती परिसर में बने कर्मचारी आवास की लिफ्ट छठे फ्लोर पर 50 मिनट तक फंसी रही। इसमें उस वक्त 10 साल की फंस गई थी। इस दौरान बच्ची का रो रोकर बुरा हाल हो गया। अधिकारियों को सूचना देने पर लगभग 50 मिनट बाद ही उसको निकाला जा सका।

मच गया हड़कंप

बच्ची मर्सी लॉरेंस के लिफ्ट में फंसने की जानकारी मिलने पर उसकी मां कृपा जे लारेंस का रो रोकर बुरा हाल था। वह ट्रॉमा में नर्स पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची फंसी तो उन्होंने जानकारी ट्रॉमा में अपने वार्ड में दी। जिसके बाद ट्रॉमा पीआरओ ने कर्मचारी भेजा और लिफ्ट का गेट खोला गया। उन्होंने बताया कि यह उनकी इकलौती संतान है। जो आज दूसरी बार इस लिफ्ट में फंसी है। उनके पति ने रजिस्ट्रार को भी फोन किया। जिस पर रजिस्ट्रार ने इंजीनियर्स को तुरंत लिफ्ट खुलवाने का निर्देश दिया। जिसके कुछ देर बाद बच्ची को निकाला जा सका। लेकिन इस प्रक्रिया में 50 मिनट से अधिक का समय लग गया।

नहीं लगाई इमरजेंसी रेस्क्यू डिवाइस

कर्मचारी परिषद अध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने बताया कि पहले भी कई बार लिफ्ट फंसी थी। जिसके बाद प्रशासन से मांग की गई थी कि लिफ्ट में इमरजेंसी रेस्क्यू डिवाइस लगाई जाए। ताकि समय से फंसे लोगों को निकाला जा सके। लेकिन अब तक सुरक्षा के लिए ऐसी कोई डिवाइस नहीं लगाई गई है।

जेनरेटर भी नहीं था कनेक्ट

कर्मचारियों ने बताया कि पिछले तीन वर्षो से लिफ्टों का कनेक्शन जेनरेटर से नहीं किया गया था। जिसके कारण लाइट जाने पर लिफ्ट जहां रुकी आदमी वहीं फंसा रहता था। कर्मचारियों ने काफी हंगामा किया तब जाकर जेनरेटर से कनेक्शन जोड़ा गया।

वारंटी हुई खत्म

केजीएमयू अधिकारियों के मुताबिक यह लिफ्ट लगभग साढ़े तीन साल पहले लगाई गई थी। एक साल तक ही इसकी वारंटी थी। उसके बाद लगभग ढाई साल से इसकी कोई मेंटीनेंस नहीं किया गया। केजीएमयू प्रशासन ने लिफ्ट के लिए कोई एएमसी नही

दांव पर कर्मचारियों की सुरक्षा

केजीएमयू प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि 9 मंजिला इमारत में एक भी लिफ्ट ऑपरेटर नहीं रखा गया। लिफ्ट की चाबी भी इस बिल्डिंग में नहीं रखी गई। इमरजेंसी के समय कर्मचारियों को बचाने के लिए कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई। एक बार नहीं कई कई बार कर्मचारी इस लिफ्ट में फंस चुके हैं लेकिन केजीएमयू प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया। जिसके कारण इस बिल्डिंग में 36 मकानों में रहने वाले कर्मचारी खतरे में हैं।

कालरा अस्पताल बिल्डिंग का भी बुरा हाल

टीजी बिल्डिंग की तरह ही कालरा अस्पताल के पास कर्मचारियों के लिए 9 मंजिला इमारत में भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। कर्मचारी परिषद के सेक्रेटरी पवन गंगवार ने बताया कि इस बिल्डिंग में दो लिफ्ट लगी हैं लेकिन एक लिफ्ट पिछले एक साल से खराब पड़ी है। इसे बनाने के लिए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगाई गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां पर भी रखरखाव के लिए कोई कर्मचारी तैनात नहीं है।

कोट-

मामले से प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। लिफ्ट की मेंटीनेंस करने और कर्मचारी तैनात करने का आश्वासन मिला है। मेंटीनेंस न किया गया तो कर्मचारी कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।

- विकास कुमार सिंह, अध्यक्ष, कर्मचारी परिषद

कोट

कर्मचारियों की सुरक्षा से जुड़े सभी उपाय किए जाएंगे। लिफ्ट की मेंटीनेंस के निर्देश दे दिए गए हैं। लिफ्ट मैन की 24 घंटे तैनाती की जाएगी।

- राजेश कुमार राय, रजिस्ट्रार, केजीएमयू