-केजीएमयू के दीक्षांत समारोह में 908 स्टूडेंट्स को मिले मेडल

-मेडिकोज सुधारें हैंडराइटिंग, करें लोगों की सेवा : जस्टिस भोसले

LUCKNOW :

आज आपको डिग्री और मेडल आपकी मेहनत से मिला है, अब आपको ज्ञान प्राप्त करने की जरूरत है। साथ ही अपनी मेहनत से यूनिवर्सिटी से जो कुछ मिला है, वह उसे वापस करना है। यह बात इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति दिलीप बाबासाहेब भोसले ने कही। वह संडे को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साइंटिफिक कंवेंशन सेंटर में आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि जब वीसी डॉ। रविकांत उन्हें इस समारोह में शामिल होने का न्यौता देने के लिए पहुंचे तो वह सोच में पड़ गए। मेरे फील्ड और इस समारोह में शामिल होने के लिए कोई तालमेल नहीं था। काफी सोचने के बाद मैंने पाया कि कोर्ट में मेडिकल से जुड़े कई मामले आते हैं, जिन्हें हम सुनते है और निर्णय लेते हैं। इसी से मुझे लगा कि मेडिकल और लीगल साइंस का जुड़ाव है। इसलिए मैंने यह न्यौता स्वीकार कर लिया।

हमारा शरीर ही एक बेहतर लैब है

इस अवसर पर न्यायमूर्ति भोसले ने कहा कि मेडिकोज को मेरी सलाह है कि आज तो उन्होंने केवल किताबी शिक्षा पूरी की है। अब उन्हें ज्ञान को प्राप्त करना है। इसके लिए आपका शरीर है ही सबसे अच्छी लैब है। जो हर बार आपको एग्जामिन करने पर नया रिजल्ट देता है। उन्होंने कहा कि एक साधारण बुखार होता है जो एक गोली खाने पर खत्म हो जाता है। पर वहीं वायरल होने पर आपको कई तरह की समस्याएं दिखाता है और जांच करने पर अगल रिजल्ट देता है। हमारा करियर भी कुछ इसी तरह का है। हर बार कुछ नया ही सिाता है।

डॉक्टर्स अपनी हैडराइटिंग में करें सुधार

इस अवसर पर न्यायमूर्ति बाबा साहेब भोसले ने डॉक्टर्स को उनकी हैंडराइटिंग सुधारने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राइटिंग ऐसी होनी चाहिए, जिसको आम आदमी भी थोड़े प्रयास से पढ़ सके। उन्होंने इस सम्बन्ध में स्वयं से जुड़ा एक उदाहरण पेश किया। जिसमें एक डॉक्टर अपनी वाइफ को लेटर लिखता है पर वह लेटर उसकी वाइफ के साथ-साथ उसके परिवार के लोग भी नहीं पढ़ पाए। जिसके बाद वह अपने पिता के पास जाती है जो पेशे से वकील है। उन्होंने तुरंत अपनी बेटी को मेडिकल स्टोर पर जाने को कहा। स्टोर पर मौजूद लड़के ने लेटर देखकर कहा कि आप इसे अपने हसबैंड से ही पढ़वा ले। यही उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा डॉक्टर्स अपनी हैंडराइटिंग में सुधार करें। चीफ जस्टिस ने स्टूडेंट्स को कहा कि भले ही आपका और मेरा प्रोफेशन अलग-अलग हो लेकिन विचार एक ही है। आम आदमी की भलाई, इसलिए यहां से निकलकर लोगों की सेवा करने का काम करें।

दो लोगों को दी गई मानद उपाधि

दीक्षांत समारोह में प्रो। यूमान फांग एमडी सैगिकोमो चेयर इन सर्जिकल आंकोलोजी, चेयर एंड प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ सर्जरी, प्रोफेसर ऑफ एक्सपेरीमेंटल थेरेप्यूटिक्स डायरेक्टर, इंटरनेशनल मेडिसिन, सोलन-केटेरिंग कैंसर सेंटर, कैलीर्फोनिया और डॉ। टीसी गोयल को इमेरिटस प्रोफेसर ऑफ सर्जरी, केजीएमयू को डीएससी की मानक उपाधि से सम्मानित किया गया।

908 स्टूडेंट्स को दी गई डिग्री

इस दीक्षांत समारोह में कुल 908 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई। जिसमें से ब्म्भ् डिग्रियां छात्रों को और ब्ब्फ् डिग्रियां छात्राओं को प्रदान की गई। जिसमें डिग्री पाने के मामले में छात्रों का प्रतिशत भ्क् जबकि छात्राओं का प्रतिशत ब्9 रहा। वहीं मेडल हासिल करने के मामले में छात्राओं ने छात्रों को पीछे छोड़ दिया। इस बार केजीएमयू ने कुल क्7ख् मेडल प्रदान किए। जिसमें से 8क् मेडल छात्रों को और 9क् मेडल छात्राओं को मिले। इस हिसाब से कुल भ्फ् प्रतिशत मेडल के साथ छात्राएं आगे रही वहीं ब्7 प्रतिशत मेडल छात्रोंो मिले।

इनको मिले प्रमुख मेडल

- एमबीबीएस पार्ट सेकेंड के फाइनल एग्जाम में सबसे ज्यादा मा‌र्क्स पाने वाले मोहम्मद ताबिश को प्रतिष्ठित हीवेट गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

- एमबीबीएस पार्ट वन और पार्ट सेकेंड के तीनों एग्जाम्स में सबसे ज्यादा मा‌र्क्स प्राप्त करने के लिए अविनाश डी गौतम को चांसलर मेडल से नवाजा गया।

- एमबीबीएस पार्ट वन और पार्ट सेकेंड के तीनो एग्जाम में मा‌र्क्स प्राप्त करने के मामले में दूसरे नंबर पर रहने वाली स्वास्ति पाठक को डॉ। डीएम कार गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

- एमबीबीएस पार्ट वन और पार्ट सेकेंड की तीनों एग्जाम में मा‌र्क्स प्राप्त करने के मामले में तीसरे नंबर पर रहने वाली अंकिता सिंह को डॉ। एम। कार गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

- बीडीएस ख्0क्म् के चार सेमेस्टर्स की सभी एग्जाम में सबसे ज्यादा मा‌र्क्स प्राप्त करने वाले अभिषेक कुमार गुप्ता को डॉ। एचडी गुप्ता मेमोरियल गोल्ड मेडल और क्0 हजार पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया। वही बीडीएस के सभी सार्टिफिकेट प्रोफेशनल एग्जाम में सबसे अधिक नंबर पाने के लिए डॉ। गोविला गोल्ड मेडल दिया गया।

- डॉ। शिवराजन को सर्जिकल आंकोलॉजी ख्0क्म् के बेस्ट एमसीएच स्टूडेंट्स के लिए प्रो। एनसी मिश्रा अवार्ड से सम्मानित किया गया।

- डॉ। हर्षा ए.एच को न्यूरो सर्जरी ख्0क्भ् के बेस्ट एमसीएच स्टूडेंट के लिए सुरसरी दयाल मेमोरियल गोल्ड मेडल दिया गया।

- डॉ। गौरव जन्नावर को प्लास्टिक सर्जरी ख्0क्म् के बेस्ट एमसीएच स्टूडेंट के लिए डॉ। बीआर अग्रवाल मेमोरियल गोल्ड मेडल दिया गया।

- डॉ। इमरान रिजवी को न्यूरोलॉजी ख्0क्म् में बेस्ट डीएम स्टूडेंट के लिए डॉ। ए एम कार सेंटेनरी गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है।

- डॉ। विक्रम वी होल्ला को डीएम न्यूरोलॉजी ख्0क्म् में फ‌र्स्ट अटेम्प्ट में ही सफलता के लिए श्रीमती सुट्टी नाग गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

- डॉ। मधुसूदन पटोदिया को यूरोलॉजी विभाग में एमसीएच यूरोलॉजी का एग्जाम फ‌र्स्ट अटेम्प्ट में पास करने के लिए प्रो। टीसी गोयल गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

- डॉ। गरीमा र्निमल को को बेस्ट पीसी स्टूडेंट ने पीड्रियाट्कि्स एग्जाम फ‌र्स्ट अटेम्प्ट में पास करने पर डॉ। रघुवेश प्रसाद मेमोरियल गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

- डॉ। अरविंद कुमार पाल को बेस्ट थिसिस के लिए फ्0 हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया।

- डॉ। नितिका यादव को बीएससी नर्सिग के बेस्ट स्टूडेंट के लिए सुट्टी नाग गोल्ड मेडल दिया गया।

- डॉ। मयंक कुमार को एमबीबीएस स्कॉलरशिप के लिए चुना गया।

मयंक को मिला पहला वीसी मेडल

इस बार दीक्षांत समारोह में पहली बार डॉ। हिमांशु यादव को पहला प्रो। रविकांत गोल्ड मेडल दिया गया। उन्हें यह मेडल बेस्ट पीजी स्टूडेंट इन कॉर्डियोलॉजी एग्जाम को फ‌र्स्ट अटेम्प्ट में पास करने के लिए दिया गया। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने पहली बार डॉ। केबी भाटिया गोल्ड मेडल फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड फॉर इंमिनेट फैकेल्टी मेम्बर को दिया। इस बार यह मेडल प्रो। एनएन गुप्ता को दिया गया, उनको यह मेडल उनके मृत्यु के बाद मिला, जिसे उनके पुत्र संजय गुप्ता ने रिसीव किया। इसके अलावा इस बार बेस्ट डिपार्टमेंट का अवार्ड भी शुरू किया गया। वाइस चांसलर अवार्ड फॉर बेस्ट डिपार्टमेंट का अवार्ड क्वीन मेरी हॉस्पिटल स्त्री एवं प्रसूति विभाग को दिया गया।

हमेशा एक अच्छा छात्र बने रहना चाहिए

कार्यक्रम में मौजूद उत्तर प्रदेश के गवर्नर व कुलाधिपति राम नाईक ने कहा कि केजीएमयू अभी देश में भ् वें नंबर का चिकित्सा संस्थान है। इसे नंबर वन बनाने के लिए संस्थान से जुड़े हर व्यक्ति को प्रयास करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि वह ख्8 यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति हैं। इस बार ज्यादातर यूनिवर्सिटी में म्भ् से 70 प्रतिशत पदकों पर कब्जा छात्राओं का रहता है। ये महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण है। स्टूडेंट्स की किताबी पढ़ाई समाप्त हुई। अब इस पढ़ाई का प्रयोग मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए करना है। पहले मोतियाबिंद के ऑपरेशन में घंटों लगते थे लेकिन अब यही ऑपरेशन भ् मिनट में हो जाता है। इसलिए मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टरों को नए इनोवेशन से अपडेट रहने की जरूरत है। इसलिए उन्हें हमेशा एक अच्छा छात्र बने रहना चाहिए।

आज हम क्ब् लाख मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

इस अवसर पर केजीएमयू के वीसी प्रो। रविकांत ने यूनिवर्सिटी की एनुअल रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि कुछ बिस्तरों वाले हॉस्पिटल के रूप में इस संस्था की शुरूआत हुई थी आज यहां पर ब्000 से ज्यादा बेड हैं। यहा 7000 हजार मरीजों का इलाज ब्000 बिस्तरों पर किया जाता है। ओपीडी रजिस्ट्रेशन क्ब् लाख और इंडोर मरीजो की संख्या क् लाख के उपर ही इस वर्ष हो चुकी है। ख्009 में यहां कुल ब्ब् विभाग थे जो कि वर्तमान 80 हो चुके हैं। हम अनुसंधान के उपर ध्यान दे रहे हैं यहां पर पीएचडी और सात एमसीएच कार्यक्रम ब् डीएम कार्यक्रम, ब् मास्टर सर्जरी कार्यक्रम, क्क् मैक एंड एनडी, 7 कार्यक्रम एमडीएस कार्यक्रमों को संचालित कर रहे हैं। यहां पर बहुत ही ज्यादा मरीजों का आना होता है। मुख्य रूप से ट्रॉमा सेंटर में इसके लिए हमे पीपीपी मॉडल के उपर ध्यान देना चाहिए।