-प्रमुख सचिव ने लिया केजीएमयू की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा

LUCKNOW:

पिछले हफ्ते केजीएमयू में कर्मचारियों और स्टूडेंट्स के बीच हुए झगड़े के बाद वीसी आफिस में तोड़फोड़ और ट्रॉमा में करीब 8 घंटे की हड़ताल से केजीएमयू प्रशासन की काफी किरकिरी हुई है। इसके मद्देनजर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ। रजनीश दुबे बुधवार को केजीएमयू पहुंचे और वीसी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर सिक्योरिटी से संबंधित मामलों की समीक्षा की।

बढ़ाए जाएं सिक्याेरिटी गार्ड

प्रमुख सचिव ने कहा कि सुरक्षा के लिए परिसर में सुरक्षा गार्ड बढ़ाए जाएं। जहां जहां आवश्यक्ता है, उनकी तैनाती की जाए। इस दौरान सीएमएस, एमएस, प्रॉक्टर, सहित अन्य अधिकारी माैजूद रहे।

सीमित की जाए ट्रॉमा में भर्ती

प्रमुख सचिव ने अधिकारियों की मांग पर ट्रॉमा में मरीजों की भर्ती सीमित करने को कहा। उन्होंने कहा कि बेड फुल होने पर मरीज न लिए जाएं। लेकिन दुर्घटना या डिजास्टर के समय पर मरीजों के लिए व्यवस्था करनी होगी। पब्लिक को बेड फुल होने की जानकारी दी जाए।

रेजीडेंट और डाॅक्टर नाराज

उधर हड़ताल के समय स्टूडेंट्स पर एक तरफा कार्रवाई के मामले में संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर और स्टूडेंट नाराज हैं। केजीएमयू प्रशासन ने स्टूडेंट पर एफआईआर करा दी थी। जबकि ट्रॉमा में प्रदर्शन और मरीजों की भर्ती बंद कराने व वीसी कार्यालय में तोड़फोड़ मामले में किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। स्टूडेंट्स व रेजीडेंट्स के सपोर्ट में चंडीगढ़ और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के भी रेजीडेंट डॉक्टर्स ने केजीएमयू प्रशासन को पत्र लिखा है।

रजिस्ट्रार करें कार्रवाई

केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन के महामंत्री डॉ। संतोष कुमार ने कहा कि स्टूडेंट्स पर एकतरफा कार्रवाई गलत है। तोड़फोड़ और हड़ताल करने के वीडियो, फोटो हैं ऐसे में आरोपियों के ऊपर कार्रवाई रजिस्ट्रार को करनी चाहिए। इस संबंध में टीचर्स एसोसिएशन रजिस्ट्रार को पत्र लिखेगा। स्टूडेंट्स के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।