Ranchi: हिनू शिशु भवन से हटा कर खूंटी सहयोग विलेज में रखे बच्चे परिजनों को सौंपे जा रहे हैं। जबकि, पेरेंट्स उन बच्चों को ले जाने से कतरा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, करुणाश्रम समेत विभिन्न शेल्टर होम में रखे बच्चे को देने के लिए कई बार पेरेंट्स को फोन किया जा चुका है। वहीं, पहले कहा गया था कि जबतक डीएनए टेस्ट नहीं हो जाता, तबतक बच्चे पेरेंट्स को नहीं सौंपे जाएंगे।

सिंगल पेरेंट्स की हाइकोर्ट में याचिका

इधर, नवजात को पाने के लिए लोगों ने हाईकोर्ट का सहारा लिया है और रांची सीडब्ल्यूसी समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। इसके पूर्व 15 में से नौ पेरेंट्स ने सीडब्ल्यूसी के कार्यकलापों की शिकायत अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के पास की। सिंगल पेरेंट्स ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है।

बुंडू, खूंटी समेत कई प्रखंडों से हैं पेरेंट्स

सिंगल पेरेंट्स के मामले में कई ऐसे हैं, जिन्हें बच्चे पाने की जल्दी है। पेरेंट्स सीडब्ल्यूसी भी गए थे, लेकिन उन्हें वहां से जवाब दिया गया कि सभी बच्चों की जांच होगी, तभी उन्हें सुपुर्द किया जाएगा। उक्त पेरेंट्स बुंडू और खूंटी से हैं।