- कानपुर से गिरफ्तार युवकों से पूछताछ में तीन अन्य युवकों का नाम आया सामने

- एनआईए ने सैफुल्लाह के साथियों से पांच बार की थी पूछताछ

- आतंकी घटनाओं में शामिल होने की पुष्टि होने पर अरेस्टिंग

LUCKNOW :

यूपी को आतंकी वारदातों से दहलाने की साजिश रचने वाले कानपुर और लखनऊ के खुरासान ग्रुप का अभी पूरी तरह खात्मा नहीं हुआ है। एनआईए द्वारा मंगलवार को कानपुर से गिरफ्तार किए गये सैफुल्लाह के साथी आसिफ इकबाल और मोहम्मद आतिफ ने पूछताछ में तीन अन्य युवकों का नाम भी कबूला है जो आतंकी वारदातों में शामिल थे। एनआईए ने इन तीनों युवकों की तलाश तेजी से शुरू कर दी है। वहीं दूसरी ओर आसिफ और आतिफ को बुधवार को राजधानी स्थित जिला जज की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें आगामी 24 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश जारी हो गये।

14 दिन की मांगेगी रिमांड

आसिफ और आतिफ से पूछताछ के लिए एनआईए उन्हें 14 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की कवायद करेगी ताकि उनसे खुरासान ग्रुप के बाकी राज उगलवाए जा सके। वहीं दूसरी ओर यह भी सामने आया है कि आसिफ और आतिफ को एनआईए ने पांच बार पूछताछ के लिए लखनऊ बुलाया था। सैफुल्लाह और गौस मोहम्मद के साथ ग्रुप के बाकी सदस्यों के बारे में गहन पूछताछ की गयी। एनआईए के सवालों के आगे दोनों टिक नहीं पाए और आतंकी वारदात में शामिल होने की बात कबूल ली। साथ ही अपने कुछ और साथियों के नाम भी कबूले। एनआईए ने उनके बयान की पुष्टि के बाद सुबूत जुटाए जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार करने का फैसला लिया गया। एनआईए जल्द ही अपनी चार्जशीट में खुरासान ग्रुप को लेकर कुछ अहम खुलासे कर सकती है।

सात मार्च को हुई थी मुठभेड़

बताते चलें कि राजधानी के काकोरी इलाके में विगत 7 मार्च को मुठभेड़ के दौरान आईएस आतंकी सैफुल्लाह को एटीएस ने मार गिराया था। इस दौरान तेलंगाना पुलिस और यूपी एटीएस ने खुरासान ग्रुप के करीब एक दर्जन सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था। बाद में इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गयी। एनआईए ने इस मामले के हर पहलू को गहराई से खंगाला जिसके बाद खुरासान गु्रप के कुछ अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आए।