Kidnapping का केस है दर्ज

राजस्थान के रहने वाले शंकर लाल प्रजापति कई साल पहले परिवार के साथ विजयवाड़ा में बस गए थे। चाय बेचकर परिवार का पेट पालने वाले बुजुर्ग व्यक्ति के परिवार पर साल 2012 में आफत टूट पड़ी। उनकी नाबालिग बेटी को घर के ठीक सामने रहने वाले एजाज मूल निवासी गोंडा यूपी ने किडनैप कर लिया। 29 सितंबर को विजयवाड़ा थाने में आरोपी के अगेंस्ट किडनैपिंग का केस भी रजिस्टर कराया गया। तब से लेकर आज तक व्यक्ति अपनी बेटी को पाने के लिए यहां-वहां के चक्कर काटता रहा। इस दौरान उसे पता लगा कि, अपहरणकर्ता उत्तराखंड की राजधानी दून मे मौजूद हैं।

कल्लन नाम के व्यक्ति से हुई मुलाकात

बीते वेडनसडे को शंकर लाल के मोबाइल पर फोन आया कि, अगर वह अपनी बेटी को पाना चाहता है तो 25 हजार रुपए लेकर दून आ जाए। पुत्री को सकुशल पाने की चाहत में लाचार पिता ने फोन करने वाले की शर्त मान ली। वह सैटरडे नाइट दून पहुंच गया। जहां आईएसबीटी पर उसकी मुलाकात कल्लन नाम के व्यक्ति से हुई। रुपए की मांग करने वाला शख्स सिटी कोतवाली एरिया के गांधी ग्र्राम का निवासी बताया जा रहा है। उधर, पूरे प्रकरण की जानकारी लगते ही हिंदू जागरण मंच के अमित तोमर, मुकेश आनंद, रोहित मौर्य आदि भी वहां पहुंच गए। जिनके आने की भनक लगते ही कल्लन वहां से भाग निकला।

जुट गया deal करने में

अपराध करो दून आ जाओ ये वाकई सेफ है। आईनेक्स्ट ने इस खबर को बीते दिनों प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। ये बात एक बार और सच साबित हुई कि, यहां कोई भी शरण ले सकता है। नाबालिग को अगवा करने के बाद एजाज सिटी के गांधी ग्र्राम में छिपा रहा। इस दौरान उसके पड़ोसी कल्लन को पता लगा कि किशोरी किडनैप कर लाई गई है, तो वह अपनी डील मे जुट गया। बताते हैं कि अपहरणकर्ता ने मोहल्ले में रहने वाले राशिद नाम के व्यक्ति के घर पर ठिकाना बना रखा था। लड़की के पिता के दून पहुंचने की भनक लगते ही वह यहां से भाग निकला।

SP city से की मुलाकात

संडे शाम शंकर लाल प्रजापति हिंदू जागरण मंच के लीडर्स के साथ एसपी सिटी डा। जगदीश चंद्र से मिले। जहां मामले की गंभीरता को देखते हुए ऑफिसर ने तत्काल लक्ष्मण चौकी पुलिस को गांधी ग्र्राम के लिए रवाना कर दिया। जहां शातिर दिमाग कल्लन, राशिद आदि सभी अपने घर से फरार मिले। पुलिस ने आरोपियों की अरेस्टिंग के लिए अन्य संभावित स्थान पर भी दबिश देना शुरू कर दिया है। एसपी सिटी ने कहा किशोरी की सकुशल बरामदगी के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

 

फिर निकली वैरिफिकेशन की हवा

मित्र पुलिस द्वारा की जाने वाली कथित वैरिफिकेशन की सच्चाई का दावा एक बार फिर से सामने आ चुका है। सूत्रों की माने तो किडनैप की गई नाबालिग यहां काफी दिन से रह रही थी। इस दौरान पुलिस के खुफिया तंत्र को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। वैसे भी राजधानी पुलिस इन दिनों अन्य कार्यों में अधिक व्यस्त है, जिसके चलते उस पर उंगलियां भी उठ रही हैं। फिलहाल आरोपी पुलिस की आंख में धूल झोंक कर भाग निकलने में कामयाब हो चुका है। जिसे पकडऩे के लिए महकमे के काबिल पुलिस कर्मी लगा दिए गए हैैं।

'आरोपियों के धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुलिस की प्राथमिकता है कि, लड़की को सकुशल बरामद कर लिया जाए। इसके लिए टीम का गठन भी किया गया है.'

-डा। जगदीश चंद्र, एसपी सिटी