लावारिश हालत में मिला बच्चा
दिन के समय आईएसबीटी पुलिस चौकी इंचार्ज कुलदीप पंत को सूचना मिली कि एक बच्चा लावारिश हालत में ओबराय मोटर्स के पास घूम रहा है। इस दौरान कंट्रोल रूम से भी सूचना फ्लैश हुई कि मुरादाबाद से अगवा किया गया एक बच्चा जिसकी उम्र पांच साल के करीब है के बाबत जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस को अवगत कराएं। बच्चे को अपने कब्जे में लेने के बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम हयान और पिता का नाम मोहम्मद शमी बताया। जानकारी पुलिस के लिए राहत भरी थी। तत्काल इसकी सूचना मुरादाबाद शहर कोतवाली को दी गई।

दोस्त के घर रूका था kidnaper
पुलिस द्वारा हयान से की गई पूछताछ में चौंकाने वाला तथ्य यह सामने आया कि किडनैपर उसे अपने साथ किसी दोस्त के घर लेकर गया था। जहां वे पूरी रात रुके। सुबह के समय मुरादाबाद वापस जाने के नाम पर किडनैपर ने बच्चे को बाइक पर बिठाया और उसे ओबराय मोटर्स के पास छोड़कर भाग निकला। बच्चे की किस्मत अच्छी थी कि वह पुलिस के सुरक्षित हाथ में पहुंच गया। चौकी इंचार्ज कुलदीप पंत ने बताया कि ये जानने का प्रयास किया जा रहा है कि किडनैपर ने जिस घर में शरण ली थी वह किसका था? हयान अभी पांच साल का है इसलिए वह पुलिस की बहुत मदद नहीं कर सकता। अब इंतजार है आरोपी के पकड़े जाने का। शातिर दिमाग अजीम ने बच्चों की मां को मैसेज कर कहां कि वह मुकदमा वापस ले ले तो वह अंजा और हयान को घर पहुंचा देगा। मामले में बच्चों के परिजन द्वारा शहर कोतवाली मुरादाबाद में किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज कराया गया था।

अकाउंटेंट ने किया था किडनैप
पीलखाना मोहल्ला जनपद मुरादाबाद निवासी मोहम्मद शमी सऊदी अरब में नौकरी करते हैैं। उनका परिवार इसी मोहल्ले में अपने पैतृक आवास में रहता है। बेटी अंजा सिटी के एसएस चिल्ड्रेन एकेडमी में क्लास 11 की स्टूडेंट है, जबकि हयान पास के एक स्कूल में पढ़ाई करता है। संडे शाम करीब चार बजे अंजा के स्कूल का अकाउंटेंट अजीम बाइक पर सवार होकर पीलखाना मोहल्ला पहुंचा। जहां दोनों भाई-बहन रोड पर मिल गए। अजीम ने उन्हें बहला-फुसला कर अपनी बाइक पर बिठाया और उनका किडनैप कर लिया।

मरा समझ कर भाग निकला किडनैपर
किडनैप का आरोपी अजीम बाइक से ही अंजा और हयान को लेकर हरिद्वार पहुंचा, जहां उसने श्यामपुर के जंगल में अंजा को गला दबाकर मारने का प्रयास किया। उसने अपने मुताबिक, बच्ची का कत्ल कर दिया था। इसके बाद शव को जंगल में छोड़कर दून की तरफ निकल पड़ा। अंजा की किस्मत अच्छी थी कि संडे नाइट करीब 11 बजे उस पर एरिया के फॉरेस्ट गार्ड की नजर पड़ गई और उसने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंची जहां अंजा ने होश में आने के बाद अपहरण की पूरी कहानी बयां कर डाली। अब पुलिस के सामने हयान को सकुशल बरामद करने की बड़ी चुनौती थी, पांच वर्षीय हयान भी राजधानी दून में सुरक्षित पाया गया। एसपी सिटी हरिद्वार सुरजीत सिंह ने बताया अंजा को मुरादाबाद पुलिस को सौंप दिया गया है।

 
doon Safe for criminals
यह पहला मौका नहीं है जब अपराध को छिपाने के लिए दून को चुना गया हो। इससे पहले भी कई मौके पर राजधानी क्रिमिनल्स के लिए शरणस्थली के साथ अपराध छिपाने का मुफीद स्थान बनती रही है। हाल ही में सिटी के कैंट कोतवाली एरिया में एक युवती की सिर कटी लाश पाई गई। इस मामले में भी पुलिस अभी तक न तो शव की शिनाख्त कर पाई है और न ही आरोपी तक उसके हाथ पहुंचे। अब एक बार फिर किडनैप किए गए बच्चे को छिपाने के लिए दून को निशाना बनाया गया। हयान को पूरी रात कहां छिपाए रखा गया इसका पता करना भी पुलिस के लिए चुनौती होगी।