क्लास में अकेली थी तनिषा

तनिषा सेंट एंथनी में क्लास थर्ड की स्टूडेंट है। तबीयत खराब होने की वजह से मंडे मॉर्निंग को वह प्रेयर में शामिल नहीं हो पाई। वह तीसरी मंजिल पर बनी अपनी क्लास में बैठी हुई थी। तभी, एक नकाबपोश बदमाश ऊपर पहुंच गया और तनिषा के साथ अभद्रता करने लगा। उसने तनिषा को ऊपर खींचने की कोशिश की। इस दौरान तनिषा ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर स्टूडेंट्स ऊपर पहुंच गए। ये देख नकाबपोश फरार हो गया। तनिषा का बैग स्कूल की सीढिय़ों पर मिला। तनिषा भी वहां बेहोश पड़ी हुई थी।

दो घंटे बाद दी जानकारी

घटना के बाद से स्कूल के अन्य स्टूडेंट्स भी दहशत में आ गए। स्कूल की प्रिंसीपल और अन्य स्टॉफ भी पहुंच गया। बताया जा रहा है कि स्कूल ने बदनामी के डर से पहले तो उस पर कुछ भी न बताने के लिए दबाव बनाया। उसे धमकाया भी गया। करीब दो घंटे के बाद स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने तनिषा के परिजनों को जानकारी दी। किडनैप की बात सुनते ही परिजनों के होश भी उड़ गए। उसके पिता रूपकिशोर और मां सोनिया सहगल स्कूल में पहुंच गईं।

थाने पहुंचे परिजन

इसके बाद तनिषा के परिजन रकाबगंज थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी। किडनैपिंग की कोशिश की बात सुनते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस परिजनों के साथ सेंट एंथनी स्कूल पहुंची।

कुछ भी बताने से इनकार

स्कूल पहुंचने के बाद जब पुलिस ने प्रिंसीपल से जानकारी की तो पहले उन्होंने बोर्ड एग्जाम होने की बात कहते हुए कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने स्टाफ से पूछताछ की। इस दौरान स्कूल की तलाशी लेने पर वहां टाट के कपड़े भी मिले हैं। पुलिस ने एक चादर भी अपने कब्जे में ली है।

थाने पर गहमागहमी

स्कूल की इस लापरवाही को देख रूपकिशोर ने स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ तहरीर दी है। बताया जा रहा है कि इस दौरान स्कूल मैनेजर और स्टाफ के बीच काफी गहमागहमी हुई। परिजनों का आरोप है कि स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन मामले को रफा-दफा करने का दबाव बना रहा था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।

कहां से आया नकाबपोश

पुलिस के सामने कई यक्ष सवाल बने हुए हैं। जिस स्कूल में किसी भी बाहरी व्यक्ति के जाने पर छानबीन होती है, उसकी तलाशी होती हो, वहां एक नकाबपोश कैसे पहुंच गया। हैरानी की बात ये है कि स्कूल के गेट पर सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहते हैं। हालांकि, पुलिस ऑफिसर की मानें तो इस वारदात में स्कूल का स्टाफ ही शामिल हो सकता है। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में लगी हुई है।

दहशत में तनिषा

तनिषा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। लेकिन, इस घटना के बाद वह काफी डरी और सहमी हुई है। उसके हाथों पर भी चोट के निशान बने हुए थे।

मंडे मॉर्निंग आठ बजे। अपने स्कूल की तीसरी मंजिल पर मैं अकेली थी। मेरी तबीयत खराब थी और स्कूल के अन्य स्टूडेंट्स लॉन में प्रेयर कर रहे थे। तभी, अचानक एक नकाबपोश आया और अचानक ही उसने मुझे खींचकर ले जाने की कोशिश की। वह मुझे जबरन ऊपर की ओर ले जाने लगा। मेरे शोर मचाने पर प्रेयर कर रहे स्टूडेंट्स ऊपर की ओर भागे। ये देख वह नकाबपोश फरार हो गया।

तनिषा, पीडि़त स्टूडेंट