RANCHI: एक जून की रात को अगवा कांके थाना क्षेत्र के जमीन कारोबारी जन्नत हुसैन का शव आठवें दिन 9 जून की सुबह पुलिस ने रातू थाना क्षेत्र के झिरी खदान से बरामद कर लिया। वहीं, जन्नत के अपहरण व हत्या का मास्टरमाइंड उसका चाचा जाकिर हुसैन ही निकला, जिसने थर्ड डिग्री टॉर्चर के बाद पुलिस के समक्ष सबकुछ उगल कर रख दिया। इसके बाद पुलिस की टीम झिरी खदान पहुंची और वहां गड्ढे में दफन जन्नत के शव को बरामद किया। आरोपियों ने बताया कि अपहरण के बाद ही जन्नत की हत्या कर दी गई थी और शव को गड्ढे में कर दफन कर दिया था। उसकी हत्या एक या दो जून की रात में ही कर दी गई थी। इधर, जन्नत के परिवार की खुशियां ईद से पहले ही लूट गई, घर के इकलौते चिराग के बूझने से पूरा परिवार सदमे में है।

जमीन के लिए चाचा को दिया था 53 लाख

पुलिस ने बताया कि जन्नत हुसैन ने जयपुर कोंगे में ही अपने चाचा जाकिर हुसैन से जमीन खरीदी थी। उस जमीन की कीमत 53 लाख रुपए भी दिए थे। लेकिन, चाचा उसे जमीन नहीं लिख रहा था। ऐसे में जन्नत हुसैन जब दबाव बनाने लगा तो चाचा ने अपने एक भतीजे समेत शूटर मो गुलजार के साथ कोंगें स्थित एक दुकान से जन्नत को अगवा कर लिया। इसके बाद झिरी ले गया, जहां मो गुलजार ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।

परिजनों ने चाचा पर ही लगाया था आरोप

परिजनों ने जन्नत के अपहरण का आरोप चाचा जाकिर हुसैन पर ही लगाया था। अपहरण वाले दिन जाकिर भी कार में मौजूद था उसने इस दौरान फायरिंग भी की थी। वहीं, परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस के समक्ष गुहार भी लगाई थी कि जन्नत को सही सलामत जल्दी खोज निकालें। अपने इकलौते बेटे के अपहरण के बाद जन्नत की मां सदमे में थी। वह रमजान के महीने में खुदा से दुआ कर रही थी कि उसका बेटा सुरक्षित घर लौट आए।

लुंगी बनी जन्नत का कफन

जन्नत जो लुंगी पहन कर घर से निकला था, उसी लुंगी को फाड़कर अपराधियों ने उसका कफन बना दिया था और उसे पत्थर के नीचे गाड़ दिया था। पुलिस को बॉडी निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

मो गुलजार व आरोपियों के घर पुलिस तैनात

इधर, तोड़फोड़ की आशंका के मद्देनजर कांके थाना पुलिस ने जयपुर कोंगें में पुलिस बल को तैनात कर दिया है। इसके पूर्व ही आरोपियों के परिजन गांव से निकल चुके थे और वहां पर ताला बंद था।