-खेत से लौटते समय हुआ था किसान का अपहरण, किडनैपर तक पहुंचने में पुलिस रही विफल

HAZIPUR/PATNA: जंदाहा थाने के महिसौर निवासी अपहृत किसान रंजीत सिंह उर्फ चुनचुन सिंह का शव भी रविवार को ग्रामीणों ने पातेपुर थाना क्षेत्र के बरैला झील स्थित अमठामा गांव के पास मटकुरिया चंवर स्थित सरसों के खेत से बरामद कर लिया। शव जमीन के अंदर गड़ा था और क्षत-विक्षत हो चुका है। परिजनों और ग्रामीणों ने शव की पहचान महिसौर निवासी अगवा किसान रंजीत सिंह के रूप में की।

27 को हुआ था अपहरण

मालूम हो कि विगत 27 दिसंबर की रात अपराधियों ने महिसौर के दो किसान रंजीत सिंह उर्फ चुनचुन सिंह एवं रमेश झा को उस समय अगवा कर लिया गया था जब दोनों बरैला झील क्षेत्र में अपने खेत में लगे गेहूं की ¨सचाई कर अपने घर लौट रहे थे। लगभग एक दर्जन अपराधी डीह बुचौली गांव में पानी व्यवसाई ऋषिकेश झा की हत्या कर और उनके चाचा उमाकांत झा को गोली एव बम से जख्मी कर बरैला झील की ओर भाग रहे थे। घटना के अट्ठारह दिन बाद शनिवार को ग्रामीणों द्वारा किसान रमेश झा का शव पातेपुर थाना के आमठामा गांव स्थित मटकुरिया चंवर के एक गेहूं के खेत से बरामद किया गया था। रविवार को दूसरे किसान रंजीत कुमार सिंह का शव भी ग्रामीणों ने उक्त स्थल के समीप ट्रैक्टर से खेत में लगे गेहूं एवं सरसों की फसल को जोतने के दौरान बरामद कर लिया।

ग्रामीणों में भारी आक्रोश

दूसरे किसान का शव मिलने की जानकारी मिलते ही बरैला झील में उक्त स्थल पर जंदाहा, पातेपुर थाना के अलावा कई थाने की पुलिस एवं एसएसबी के जवान पहुंच गए। इधर ग्रामीण किसान रंजीत कुमार सिंह के शव को अपने कब्जे में लेकर चांद सराय चौक पर पहुंच गए और जंदाहा-समस्तीपुर एनएच-322 को जाम कर दिया। घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। घटनास्थल पर वरीय पदाधिकारियों को बुलाने एवं मारे गए दोनों किसानों के परिजनों को नक्सली वारदात में सरकार द्वारा दिए जाने वाले मुआवजे और आपदा विभाग की ओर से दिए जाने वाली सहायता राशि तत्क्षण दिए जाने की मांग कर रहे थे। प्रशासनिक अधिकारी लोगों शांति बहाली में लगे रहे।