बच्चों को लेकर रहें सतर्क

अगर आप अपने बच्चों को घर के बाहर अकेले जाने दे रहे हैं तो थोड़ा अलर्ट हो जाएं। हो सकता है कि उन पर किसी ऐसे शख्स की बुरी नजर हो जो तांत्रिक क्रिया के लिए उसका किडनैप कर ले। मंगलवार की रात बड़ागांव में ऐसा ही वाकया हुआ है। कुसुमरा गांव के पास एक बच्ची को बलि देने के लिए एक अंजान युवक उसके घर के बाहर से उठा ले गया और दूर खेत में तांत्रिक संग उसकी बलि देने की तैयारी करने लगा। इसी बीच गांव के दो युवकों की नजर तंत्र साधना कर रहे तांत्रिक और पास में लेटी बच्ची पर पड़ी तो उन्होंने उनके चंगुल से बच्ची को मुक्त करवाया। हालांकि तांत्रिक व बच्चे को किडनैप करने वाला युवक भाग निकले।

मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था

ग्रामीणों के मुताबिक बड़ागांव बाजार के जुगनू की बेटी शालू गुप्ता (5) कल शाम घर के पास गली में खेल रही थी। इसी दौरान एकअज्ञात व्यक्ति टॉफी देने के बहाने वहां पहुंचा और शालू को अपने साथ ले जाने लगा। इस बीच जब बच्ची बाजार पार कर गई तो वह रोने लगी। इस पर उसने शालू को गोद में उठा लिया और खेत के रास्ते एक  सुनसान स्थान पर ले गया। वहां पर पहले से ही एक तांत्रिक पूजा पाठ कर रहा था। दोनों ने बच्ची का बेरहमी से पैर बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और तांत्रिक क्रिया करने लगा।

तब गांव वालों को दी जानकारी

सुनसान स्थान पर लौ व धुआं देख कर उधर से गुजर रहे कुसुमरा गांव के राजू व सरोज को लगा कि खेत में आग लगी है। यह सोचकर दोनों उस ओर तेजी से दौड़ पड़े। युवकों को अपनी ओर आते देख तांत्रिक व उसका साथी वहां से भाग खड़े हुए। युवकों ने देखा कि वहां पर दीया जल रहा है और पास ही हवन सामग्री रखी हुई है। उसके ठीक बगल में बच्ची लेटी हुई है। उसके गले व माथे पर टीका लगा हुआ था। इतना ही नहीं, बच्ची के हाथ-पैर बंधे हुए थे तथा मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। दोनों युवकों ने जल्दी से बच्ची के हाथ पैर खोले और मुंह से कपड़ा निकाला। फिर उससे पिता का नाम व पता पूछ कर गांव वालों को जानकारी दी।