- गोमती नगर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सामने वारदात से सनसनी

- बैंक में रुपए जमा करने जा रहा था कैशियर

- काली स्प्लेंडर बाइक से थे बदमाश, पुलिस तलाश में जुटी

LUCKNOW :

राजधानी में सोमवार को बेखौफ बदमाशों ने गोमती नगर के विभूति खंड में गैस एजेंसी के कैशियर श्याम कुमार सिंह (45) की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर 10 लाख रुपए लूट लिए। वारदात तब हुई जब कैशियर बैंक में रुपए जमा कराने जा रहा था। कैशियर की हत्या से आक्रोशित परिजनों ने देर शाम हुसडि़या चौराहे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया।

बैंक के सामने मारी गोली

मूलरूप से गोसाईगंज के खुर्दही बाजार निवासी श्याम सिंह विभूतिखंड डी 16 स्थित बिहारी गैस एजेंसी में कैशियर थे। वह पत्नी भावना सिंह व बेटियों गुंचा और शुभी के साथ गोमतीनगर के विनीतखंड 2 में रहते थे। गैस एजेंसी की मालकिन शोभा मल्होत्रा ने बताया कि रोज की तरह सोमवार को भी श्याम सिंह सुबह 10 बजे ऑफिस आ गए थे। ऑफिस में 20 मिनट तक हिसाब करने के बाद वह कलेक्शन के 10 लाख रुपये लेकर मधुरिमा स्वीट्स के पास स्थित बैंक ऑफ इंडिया की मेन ब्रांच में जमा कराने निकले थे। सुबह 10.34 बजे श्याम ने बैंक के सामने दूसरी तरफ बाइक खड़ी की और बैग लेकर पलटे ही थे कि बदमाशों ने उन्हें रोक लिया। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते बदमाश ने ताबड़तोड़ गोली मार दी। लहूलुहान श्याम जमीन पर धाराशायी हो गए, जबकि बदमाश उनके हाथ से रुपयों भरा बैग लूटकर पेट्रोलपंप के सामने से पुल पर चढ़कर लोहिया चौराहे की तरफ भाग गए।

पिस्टल तान दी बदमाश ने

वारदात को अंजाम देकर भाग रहे बदमाश को घेरने के लिए पेट्रोल पंप पर मौजूद एक युवक ने उन्हें घेरने का प्रयास किया, लेकिन बाइक के पीछे बैठे बदमाश ने उसके ऊपर पिस्टल तान दी। जिससे वह ठिठक गया। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार बदमाश एक हाथ में बैग और दूसरे हाथ में पिस्टल लिए हुए थे।

रोज जाते थे पैसा जमा करने

वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया। तभी वहां से गुजर रहे एजेंसी के कर्मचारी ने घायल श्याम को देखा और उसने एजेंसी में फोन कर सूचना दी। महज पांच सौ मीटर की दूर एजेंसी से साथी कर्मचारी भागकर मौके पर पहुंचे और घायल श्याम सिंह को लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गैस एजेंसी संचालक कैसरबाग बारादरी निवासी शोभा मेहरोत्रा व मयंक मेहरोत्रा समेत अन्य स्टाफ अस्पताल पहुंचा और परिवारीजनों को सूचना दी। मयंक मेहरोत्रा का कहना था कि श्याम सिंह करीब 18 साल से उनकी गैस एजेंसी में कैशियर थे और रोज सुबह वही रुपया जमा कराने बैंक जाता थे।

काली स्प्लेंडर बाइक से थे बदमाश

चाय का ठेला लगाने वाले प्रत्यक्षदर्शी हनुमान यादव ने बताया कि बदमाश काले रंग की स्प्लेंडर बाइक से आए थे। बाइक चला रहा बदमाश हेलमेट पहने था जबकि पीछे बैठे उसका साथी चेहरे पर रुमाल बांधे हुए था। बदमाशों की उम्र 25 से 30 वर्ष बताई जा रही है। दोनों दुबली पतली कद काठी के थे।

एजेंसी से ही पीछे लगे थे

सीओ गोमतीनगर अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि बदमाश गैस एजेंसी से ही श्याम सिंह के पीछे लगे थे। बदमाशों ने जिस तरह वारदात को अंजाम दिया। उससे लग रहा है कि उन्होंने अच्छी तरह से रेकी की थी। सीओ ने बताया कि गैस एजेंसी जिस जगह पर है, वहां आसपास काफी छोटे छोटे मकान और ऑफिस हैं। कुछ हिस्सों पर बस्ती भी है। ऐसा लग रहा है कि आसपास रहने वाले किसी बदमाश ने ही वारदात की है या फिर हत्या और लूट में गैस एजेंसी का कोई कर्मचारी या पूर्व कर्मचारी ही शामिल है। इलाके के लोगों के अलावा हाल ही में गैस एजेंसी की नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।

दहशत से गिरे दुकानों के शटर

जिस जगह वारदात हुई वहां सुबह से ही काफी भीड़ रहती है। घटना स्थल के ठीक सामने बैंक ऑफ इंडिया की मेन ब्रांच है और महज 50 कदम पर सीएनजी पेट्रोल पंप है। जहां हर वक्त भीड़ रहती है। ऐसी जगह पर गोली चलने से दहशत फैल गई। सैकड़ों लोगों ने कैशियर को गोली मारक बैग लूटते हुए बाइक सवार बदमाशों को देखा तो उनके होश उड़ गए। घटनास्थल के पास परचून और जूस की दुकान, बाटी चोखा का ठेला और चाय का दुकान लगाने वाले दुकानें बंद कर भाग निकले।

पांच कैमरों से होकर गुजरा कैशियर

कैशियर श्याम एजेंसी से घटना स्थल तक करीब पांच सीसीटीवी कैमरे से होकर गुजरा था। एजेंसी से घटना स्थल के बीच कई प्राइवेट बिल्डिंग में सीसीटीवी लगे हुए है। अगर बदमाशों ने एजेंसी से उसका पीछा किया होगा तो उन कैमरे में कैद होंगे। यहीं नहीं घटनास्थल के महज बीस कदमों की दूरी पर ओवरब्रिज में दो कैमरे और पेट्रोल पंप के अलावा मधुरिमा स्वीट के बाहर भी कैमरे लगे हुए हैं। माना जा रहा है वहां से पुलिस के हाथ अहम सुराग लग सकते हैं।

प्रथमदृष्टया ऐसा लग रहा है कि बदमाशों ने रेकी करके वारदात को अंजाम दिया है। बदमाशों के सुराग के लिए आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज तलाशी जा रही है। बदमाशों की तलाश में एसपी नॉर्थ के नेतृत्व में पुलिस की 12 टीम बनाई गई है। 4 टीम जिले और सीमा से जुड़े टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, 5 टीम संदिग्ध अपराधी व जेल से छूटे अपराधियों की जानकारी जुटा रही है जबकि 3 टीम घटना स्थल के आस-पास सीसीटीवी देख रही है। इसके अलावा सर्विलांस टीम की भी मदद ली जा रही है।

-कलानिधि नैथानी, एसएसपी लखनऊ