- पूर्व वीसी के कार्यकाल में खोले गए तीन दर्जन से अधिक विभागों में नियम ताक पर रखकर की गई नियुक्तियां

- सभी नियुक्तियों को लीगल करने के लिए बार-बार की जा रही कोशिश

LUCKNOW :

बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी (बीबीएयू)में पूर्व वीसी के कार्यकाल में कई नए विभाग शुरू किए गए थे, जिनमें नियमों की अनदेखी कर भर्तियां की गई थीं। फर्जी नियुक्तियों का मामला कई बार उठा लेकिन दबा दिया गया। यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने बताया कि पूर्व वीसी प्रो। आरसी सोबती के कार्यकाल में करीब तीन दर्जन विभाग खोले गए थे और मानक ताक पर रखकर नियुक्तियां की गई थीं। अब भर्ती किए गए लोगों के रेगुलर होने का मामला सामने आया तो कई तरह के खेल खुल रहे हैं। मामले की शिकायत मौजूदा प्रॉक्टर प्रो। राम चंद्रा ने ही बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बॉम ) से की है।

50 से अधिक शिक्षकों का मामला

बीबीएयू के सूत्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी में मौजूदा समय में 50 ऐसे शिक्षक हैं, जिन्हें रेगुलर किया जाना है। इसे लेकर कमेटी ने अपना काम भी पूरा कर लिया है। इसका लिफाफा बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की मीटिंग में रखा जाना है। इसे लेकर बीते चार माह में चार बार बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की मीटिंग बुलाई गई है। हर बार कुछ सदस्यों के गायब रहने और कार्यवाहक वीसी को बॉम की बैठक बुलाने का अधिकार न होने की बात कह इसे रद किया गया है। सूत्रों का कहना है कि ऐसा सिर्फ इसलिए किया जा रहा है कि बॉम फर्जी शिक्षकों को रेगुलर करने के प्रस्ताव को मंजूरी न दे दे। 27 दिसंबर को भी बॉम की बैठक कोरम पूरा न होने से नहीं हो सकी थी।

नियुक्ति में हुआ है खेल

बीबीएयू के विभिन्न विभागों में पांच साल के दौरान भर्तियों में जमकर खेल किया गया है। यूनिवर्सिटी में नियुक्ति के लिए सेलेक्शन कमेटी का गठन विभिन्न विभागों के स्तर पर किया गया था। इसमें डीन और एचओडी या फिर उनके प्रतिनिधियों को शामिल होना था। लेकिन ज्यादातर कमेटियों में डीन और एचओडी ही शामिल नहीं हुए। सबसे बड़ा खेल तो यह था कि नियुक्तियों की स्क्रीनिंग में जो लोग शामिल थे, फाइनल इंटरव्यू में भी उन्हीं को रखा गया। जबकि नियम यह है कि जो स्क्रीनिंग में होता है, उसे इंटरव्यू में नहीं रखा जाता है। यही नहीं, जो मैरिट में नीचे पायदान पर थे, इंटरव्यू में उनका चयन किया गया। यूनिवर्सिटी में यह सारा खेल चहेतों को नौकरी देने के लिए किया गया।

प्रॉक्टर ही लगा रहे आरोप

बीबीएयू के मौजूदा प्रॉक्टर प्रो। राम चंद्रा ने ही यूनिवर्सिटी में बीते वर्षो में हुई नियुक्तियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन नियुक्तियों की जानकारी प्रो। राम चंद्रा ने लिखकर बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट को दी है। उन्होंने अपने लेटर में कहा है कि उनके विभाग एनवायरमेंटल माइक्रोबायोलॉजी में हुई नियुक्तियों में नियमों का पालन नहीं किया गया है। साथ ही इसमें भ्रष्टाचार भी किया गया है। मेरे विरोध के बाद भी यहां चार नियुक्तियां की गई हैं।

बॉम को लेटर लिखकर मैंने अपने विभाग में फर्जी नियुक्तियां होने की बात कही है। साथ ही बॉम को इस पूरे मामले की जांच निष्पक्ष तौर पर कराने की मांग की है।

प्रो। राम चंद्रा, बीबीएयू