अब वे बिना मांगों को पूरी कराए पीछे नहीं हंटेगे
महाराष्ट्र में आज किसानों का आंदोलन है। यहां करीब 35000 हजार किसान नासिक से रविवार की रात को ही मुंबई पहुंच गए। ये किसान अखिल भारतीय किसान सभा की अगुवाई में विरोध मार्च कर रहे है। किसानों के साथ इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हैं। ये सभी आज दोपहर में विधान सभा का घेराव करेंगे। किसानों का आंदोलन महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ है। इनका कहना है कि सरकार उनकी मांगों को पूरा करने के बजाय लंबे समय से सिर्फ आश्वासन दे रही है। ऐसे में अब वे बिना मांगों को पूरा कराए पीछे नहीं हटेंगे।
इन मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हैं ये किसान
आंदोलन में शामिल हुए किसानों का कहना है कि अब सरकार सभी किसानों का बैंक कर्ज माफ कराए। नदी जोड़ योजना के तहत महाराष्ट्र के किसानों को पानी दिया जाए। कृषि उपज की लागत मूल्य के अलावा 50 प्रतिशत लाभ दिया जाए। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के साथ ही सहायता राशि 600 रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 3000 रुपये प्रति माह कर दी जाए। इसके अलावा संजय गांधी निराधार योजना का लाभ दिया जाए। इतना ही नहीं वन्य जमीन पर पीढ़ियों से खेती करते आ रहे किसानों को जमीन का मालिकाना हक दिया जाए।
सरकार किसानों के साथ बातचीत करने को तैयार
हालांकि मुंबई में फडणवीस सरकार किसानों के साथ बातचीत करने को तैयार है। उनकी मांगों को मानने का आश्वासन दिया है लेकिन अब किसानों का ये आंदोलन राजनैतिक रंग ले चुका है। किसानों को आंदोलन में कई बड़ी राजनैतिक पार्टियों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है। किसानों ने सिर पर लाल टोपी पहन रखी है। खास बात तो यह है कि विपक्षी दलों के साथ बीजेपी नीत गठबंधन के घटक शिवसेना भी इसमें समर्थन दे रही है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने भी कल किसानों से बातचीत की थी। वहीं और भी कई दल किसानों के साथ उतरे हैं।National News inextlive from India News Desk