- मकर संक्रांति में उड़ जाएंगी लाखों की पतंगें

- बाजार में कई रंगों, डिजाइनों की पतंगें, धागे व मांझे की वेरायटी भी मौजूद

10 लाख से अधिक का होगा कारोबार
गोरखपुर में आमतौर पर पतंग नागपंचमी के अवसर पर उड़ाई जाती है। लेकिन समय के साथ मकर संक्रांति में भी पतंग उड़ाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस बार सिटी में लगभग 10 लाख से अधिक की पतंगें उड़ाई जाएंगी। इनके साथ ही धागा, मांझा और चरखी का व्यवसाय भी दो लाख से अधिक का होगा। मकर संक्रांति करीब के कारण थोक दुकानों पर दस दिन पहले से ही फुटकर दुकानदारों और पतंगबाजों की भीड़ लगने लगी है।

स्मार्टफोन ने घटा दी 60 फीसदी बिक्री
हालांकि इधर कुछ वर्षो में स्मार्टफोन के बढ़े दायरे के कारण पतंग उड़ाने वाले बच्चों की संख्या में तेजी से कमी आई है। पहले मनोरंजन के साधन कम थे तो खेलों में बच्चे बड़ी संख्या में प्रतिभाग करते थे। दुकानदारों के अनुसार अब बच्चे स्मार्टफोन पर ही इतने व्यस्त हो जा रहे हैं कि बाहर के खेलों में ध्यान नहीं दे रहे हैं.इसका प्रभाव पंतग के व्यवसाय पर भी पड़ा है। 2013 में मकर संक्रांति पर करीब 25 लाख का व्यवसाय होता था पर 2018 आते-आते घटकर 10 लाख के करीब आ गया है।

रेट बढ़े लेकिन डिमांड चालू
मार्केट में आईं पतंगों की कीमत पिछले साल की अपेक्षा करीब 20 फीसदी अधिक हो गई है। 2017 में चार रुपए में बिकने वाली पतंग पांच रुपए की हो गई हैं। तो वहीं, 15 की चर्खी 20, 10 की पतंग 15 में बिक रही है। इसके बावजूद पतंगों की बिक्री में कोई विशेष गिरावट नहीं आ रही है।

सिटी के इन प्वॉइंट्स पर ज्यादा होती है पतंगबाजी

- तारामंडल

- डोमिनगढ़

- रीजनल स्टेडियम

- लालडिग्गी बांध

- एकला बांध

कॉलिंग

बच्चे ज्यादातर मोबाइल पर व्यस्त हैं। जिसके कारण पिछले पांच साल में पतंग के कारोबार में 60 फीसदी की गिरावट आ गई है। इस पीढ़ी के बच्चे पतंग में उतनी रुचि नहीं ले रहे हैं। उन्हें अट्रैक्ट करने के लिए कार्टून कैरेक्टर्स वाली पतंगें मार्केट में उतारी गई हैं.
महबूब खान, हाजी पतंग वाले

बिछिया एरिया में मकर संक्रांति के अवसर पर काफी बड़ी संख्या में लोग पतंग उड़ाते हैं। इसीलिए हम लोग पहले से ही खरीदारी कर ले रहे हैं। पतंग बेचेंगे भी और उड़ायेंगे भी.
अरविंद यादव, व्यापारी

मैं बचपन से ही पतंग उड़ाने का शौकीन रहा हूं। जब भी पतंग उड़ाने का मौका मिलता है छोड़ता नहीं हूं। इस बार पहले से ही खरीदारी कर ली है ताकि मकर संक्रांति के दिन जमकर पतंगबाजी की जा सके।
मनीष, प्रोफेशनल