अगर आप लैपटॉप या पीसी यूज करते हैं तो इस बात का डर आपको भी बना रहता होगा कि कहीं वह वायरस से इंफेक्टेड तो नहीं। माना कि आपने महंगा एंटीवायरस पीसी में इंस्टॉल करा लिया है लेकिन केवल इससे प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हो सकती। कुछ आसान से टिप्स फॉलो कर न सिर्फ आप पीसी को वायरस से बचा सकते हैं बल्कि आमतौर पर महंगे एंटीवायरस खरीदने और वर्कशॉप के चक्कर काटने से भी बच सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन बता रहे हैं कुछ ईजी स्टेप्स

1. Check if you’re infected

पहले स्टार्ट मेन्यू पर जाएं और Run कमांड में msconfig टाइप करें उपर दिए गए टैब से startup सेलेक्ट करें। यहां पर आपको उन प्रोग्राम्स की लिस्ट मिल जाएगी जो आपके ऑपरेटिंग सिस्टम के बूट अप होते ही स्टार्ट हो जाते हैं। आप चाहें तो उन प्रोग्राम्स को रिमूव भी कर सकते हैं। अगर आपके सिस्टम में वायरस होगा तो वहां पर आपको कुछ ऐसी फाइलें दिखेंगी जिनका कोई सेंस नहीं बन रहा होगा। उन फाइल्स को आप रिमूव कर सकते हैं। सिस्टम को रीस्टार्ट करें और फिर से msconfig डायलॉग बॉक्स को चेक करें अगर वो फाइल्स अब भी वहां हैं तो वह डेफीनेटली एक वायरस है।

Check the location: फाइल की लोकेशन पता करने के लिए startup के डायलॉग बॉक्स में command में जाकर मैन्यूअली डिलीट करने की कोशिश करें। आप shift+delete करके उसे हटा सकते हैं, अगर वहां वायरस होगा तो वह access denied  दिखाएगा। इसके बाद भी आप श्योर होना चाहते हैं तो Ctrl+Alt+Del प्रेस करके टास्क मैनेजर स्टार्ट करें और प्रॉसेस टैब को क्लिक करें। इसके बाद आप उस फाइल को सर्च कर उस पर क्लिक करें, अगर उसे रन होने में टाइम लग रहा हो तो वह एक वायरस है।

2. Firewall is a better option

पहले अपने सिस्टम पर एवीजी, अवीरा या पांडा क्लाउड जैसे लाइटवेट एंटीवायरस इंस्टॉल करें। इसके लिए आपको नॉर्टन और कैस्पर्सिकी जैसे महंगे एंटीवायरस की जरूरत नहीं पड़ेगी। अपनी इंडेक्स फाइल को स्कैन करें और जब प्रोग्राम वायरस या वर्म खोज लेता है तो एंटीवायरस को अनइंस्टॉल कर दें क्योंकि इसकी वजह से आपके सिस्टम की स्पीड कम हो सकती है। कुछ केसेस में एंटीवायरस प्रोग्राम वायरस से ज्यादा प्रॉब्लम्स खड़ी करते हैं।

For XP users: अगर आप विंडो ङ्गक्क यूज कर रहे हैं तो कंट्रोल पैनल में नेटवर्क कनेक्शनंस के कनेक्शन ऑप्शन पर राइट क्लिक करें और प्रॉपर्टी में जाकर फायरवॉल को अनेबल कर दें। विंडो सेवेन यूजर्स के लिए एक थर्ड पार्टी फायरवॉल इंस्टॉल करना बेहतर रहेगा नाकि एक एंटीवायरस।

3. Check external devices

वायरस फैलने के सबसे कॉमन मोड एक्सटर्नल ड्राइवर्स होती हैं जैसे पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, डिजिटल कैमरा, सेल फोन, और आई पॉड। ज्यादातर जगहों पर वायरस autorun.inf के नाम से दिखता है। उन लाइटवेट एंटीवायरस का यूज करें जो खास तौर पर पेन ड्राइव या ऐसे और प्लगइन डिवाइसेस के लिए बने होते हैं। वह आपके पीसी से वायरस को हटा देंगे और सिस्टम को हमेशा सेफ रखेंगे।

4. Download reliable material

इंटरनेट से कोई भी मटीरियल डाउनलोड करने से बचें। सिर्फ ट्रस्टेड साइट्स से जाकर ही डाउनलोड करें या फिर जिनके बारे में आप पूरी तरह से श्योर हों। कई बार keygen.exe नाम की फाइल में वायरस होता है इससे आपको अलर्ट रहने की जरूरत है।