SBI की सर्विसेज में बदलाव:

SBI ने 1 अप्रैल से होम ब्रांच में कैश ट्रांजैक्शन की लिमिट कम कर दी है। तीन ट्रांजैक्शन के बाद ग्राहक पर 50 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन चार्ज होगा।  इसके अलावा एसबीआई ने भी मंथली एवरेज बैलेंस सिस्टम लागू कर दिया है। जिसमें नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बंगलुरू जैसे मेट्रो शहरों में ग्राहकों को 5000 रुपये का बैलेंस रखना होगा। वहीं शहरी बैंक शाखाओं में 3000 रुपये, अर्ध शहरी शाखाओं में 2000 और ग्रामीण शाखाओं के लिए 1000 रुपये मंथली एवरेज बैंलेंस अनिवार्य हो गया है।

रेलवे के नियमों ये बदलाव:

अब IRCTC की वेबसाइट से टिकट बुक कराने पर सर्विस चार्ज नहीं देना होगा। इसके अलावा आज से रेलवे में विकल्प स्कीम भी चालू हो गई है। इसमें अगर आपने किसी भी साधारण एक्सप्रेस ट्रेन के लिए ऑनलाइन  टिकट बुक कराई है और वहां पर आपका टिकट वेटिंग है। इस पर आपको उसी रूट की दूसरी सुपरफास्ट, राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों में कन्फर्म टिकट मिल जाएगा। इसका कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं पड़ेगा। इसके अलावा देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे में छूट पाने के लिए आधार नंबर की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है।  

1 अप्रैल से बैंक और रेलवे के बदले नियम से आप पर क्‍या होगा असर

मोटर इंश्योरेंस हुआ महंगा:

इस नए फाइनेंशियल ईयर में हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस महंगा हो गया है। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी ने जनरल इंश्योरेंस कंपनियों को अपने एजेंटों को ज्यादा कमीशन देने की परमीशन दे दी है। मोटर के लिए जरूरी थर्ड पार्टी इंश्योरेंस व्हीकल की स्थिति के आधार पर 40 से 50 फीसदी तक चार्ज वसूलेगा। हालांकि यहां पर यह जानना जरूरी है कि 1000 सीसी से कम क्षमता की निजी कारों और 75 सीसी से कम इंजन क्षमता वाले दो पहिया वाहनों पर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की कीमत का कोई असर नहीं होगा।

स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज कटौती:

पीएफ में पहले 8.0% ब्याज दर था लेकिन अब यह घटाकर 7.9%  कर दिया गया है।

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट  (5 साल) पर पहले 8.0% ब्याज दर था पर अब 7.9%  हो गया है।

किसान विकास पत्र (112 महीने की मेच्योरिटी) पर अब 7.7% की जगह 7.6% ही ब्याज मिलेगा।

सुकन्या समृद्धि अकाउंट में भी ब्याज 8.5% से घटकर 8.4% कर दी गई है।

सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (5 साल) में भी ब्याज 8.5% की जगह 8.4% हो गया है।

टर्म डिपॉजिट्स (1-5 साल) पर भी 7.0%-7.8% पर भी  6.9%-7.7% ही ब्याज मिलेगा।

रेकरिंग डिपॉजिट (5 साल) पर भी 7.3% की जगह 7.2% ब्याज मिलेगा।

1 अप्रैल से बैंक और रेलवे के बदले नियम से आप पर क्‍या होगा असर

नया ITR फॉर्म:

फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म नोटिफाई हो गए हैं। अभी तक फॉर्म आईटीआर-1 पूरे 3 पेज का होता था लेकिन अब यह 1 पेज का हो गया है। यह अप्रैल से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। इसे सालाना आय 50 लाख रुपये की आय वाले लोग ही भरेंगे।  

 

नए इनकम टैक्स रेट:

इनकम टैक्स रेट में भी काफी बदलाव हुए हैं। जिन लोगों की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये है। ऐसे लोगों के लिए टैक्स रेट 10% से घटाकर 5% कर दिया गया है। वहीं जिन लोगों की आय 50 लाख से 1 करोड़ रुपये है, उनपर 10% टैक्स लगेगा। इतना ही नहीं जिन लोगों की आय एक करोड़ रुपये के ऊपर है। उनपर पहले से तय 15% तक का टैक्स लगेगा।

टैक्स में मिलेगी छूट:

अभी तक जिन लोगों को की सालाना आय 5 लाख रुपये होती थी। उन्हें इनकम टैक्स में 5 हजार रुपये की छूट मिलती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। नए नियमों के तहत अब जिन लोगों की सालाना आय 3.5 लाख रुपये तक है। उन्हें टैक्स में 2,500 रुपये तक टैक्स छूट मिलेगी।

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