सेंचुरी से डेब्यु और फिर हैट्रिक
मोहम्मद अजहरुद्दीन टीम इंडिया के एक मात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने 1984 में कोलकाता से अपना डेब्यु किया और उस मैच में शतक के साथ शुरूआत की। इस मैच में उन्होंने 110 रन बनाये। इसके बात सीरीज के अगले दो म्चों चेन्नई में 105 और कानपुर में 122 रन के साथ सेंचुरी की हैर्टिक लगा  दी। ये कमाल करने वाले वो अकेले खिलाड़ी हैं। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने पहले और आखिरी दोनों टेस्ट में शतक बनाये हैं।

सबसे तेज एक दिवसीय शातक
अजहरुद्दीन ने 1988 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में 65 गेंदो में 108 रन बना कर एकदिवसीय मैच में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया।

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इडेन गार्डन कोलकाता से प्यारा रिश्ता
अजहर का कोलकाता के ईडन गार्डन क्रिकेटग्राउंड से एक प्यार भरा खास रिश्ता रहा है। इस मैदान पर शतक के साथ अपने करियर का डेब्यु करने के साथ उन्होंने कुल आठ टेस्ट मैच खेले और कुल 860 रन बनाये। केवल एक बार वे यहां 50 से कम रना बना पाये वरना हमेशा ही इस मैदान पर उनका बल्ला जम कर बोला है।  
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सबसे सफल कप्तान
अजहर भारत के सफल कप्तानों में शामिल रहे हैं। वे भारतीय टेस्ट व एक दिवसीय टीम के 1990 से 99 तक कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने कुल 47 टेस्ट मैच खेले जिसमें 14 मैच में जीत और 14 मैचों में हार मिली। जबकि अजहर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 174 वनडे मैच खेले, जिसमें 90 मैचों में जीत और 76 मैचों में हार मिली। उनके रिकॉर्ड को पहले सौरव गांगुली और बाद में महेंद्र सिंह धोनी ने तोड़ा।

शानदार बल्लेबाज
अजहर को बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 99 टेस्ट मैच और 334 वनडे मैच खेले हैं।  टेस्ट मैच में अजहर ने 22 शतक और 21 अर्धशतक के साथ 6,216 रन बनाये हैं, वहीं 334 वनडे में उन्होंने 7 शतक और 58 अर्धशतक के साथ 9,378 रन बनाये।

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बेहतरीन फील्डर
अजहर को उनकी बल्लेबाजी और कप्तानी के लिए ही उनकी शानदार फील्डिंग के लिए भी जाना जाता है। उनकी इसी कमाल की फील्डिंग के चलते वे भारतीय टीम के सबसे फिट खिलाड़ी माने जाते थे। उन्होंने 334 मैचों में से टेस्ट मैच में 105 और वनडे में 156 कैच लपके। रिकी पोंटिंग और महेला जयवधर्ने से पहले सबसे ज्यादा कैच पकड़ने का रिकॉर्ड उनके ही नाम था।
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कई पुरस्कार दिए गए
अजहर को कई पुरस्कारों से नवाजा गया है 1985 में उन्हें बेस्ट इंडियन क्रिकेटर का पुरस्कार मिला। इसके बाद 1986 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड और 1988 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। 1991 में अजहर विजडन क्रिकेटर ऑफ दी इयर के लिए भी चुने गये।

कॉमर्स में बैचलर
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने हैदराबाद के निजाम कॉलेज से  कॉमर्स में  बैचलर डिग्री ली है।

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दो शादिया और कई अफेयर्स
अजहर अपनी रिलेशनशिप्स के लिए भी विवादों में रहे हैं। उन्होंने दो शदियां की हैं। पहली नौरीन से और दूसरी शादी फेमस मॉडल और बॉलीवुड अभिनेत्री संगीता बिजलानी से। इसके अलावा अमेरिकी मूल की महिला शेनन और बैंडमिंटन प्लेयर ज्वाला गुट्टा से भी उनके अफेयर के चर्चे अखबारों की सुर्खियों में रहे।  पहली पत्नी से अजहर के दो बेटे हैं असद है और दूसरा अयाज जिसकी एक दुखद रोड एक्सीडेंट में मृत्यु हो गयी। उन्होंने पहली पत्नी नौरीन से शादी के नौ साल बाद तलाक लेकर 1996 में संगीता बिजलानी से शादी की थी पर 14 साल के बाद उनसे भी तलाक हो गया। बेटा असद उत्तर प्रदेश की टीम के लिए क्रिकेट खेलता है।
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मैच फिक्सिंग का आरोप
अजहरुद्दीन के कैरियर में सबसे खराब दौर साल 2000 में आया जब उनके उपर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा और बीसीसीआई उनके क्रिकेट खेलने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। बाद में आरोप साबित ना होने के चलते 8 नवंबर 2012 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने अजहर पर लगे आजीवन प्रतिबंध को खारिज कर दिया, लेकिन उनका क्रिकेट कैरियर समाप्त हो चुका था।

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राजनीति में अजहर
19 फरवरी 2009 में अजहरुद्दीन ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत एक की। उसी साल वे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे।

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