JAMSHEDPUR: रविवार की दोपहर करीब एक बजे कोल्हान के कमिश्नर ब्रजमोहन कुमार ने महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। सबसे पहले वे इमरजेंसी विभाग गए। वहां न तो मरीजों के बेड पर चादर थी, फर्श पर पान खाकर थूका हुआ था और न ही साफ-सफाई थी। कमिश्नर ने तत्काल ड्यूटी पर तैनात डॉ पीके साहू को बुलवाया और उनकी क्लास ली। सुपरिंटेंडेंट डॉ भारतेंदु भूषण सफाई दी कि ख्ब् बेड है और फ्ख् मरीज भर्ती हैं। मजबूरी में फर्श पर भी बेड लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

फर्श पर लेटे मरीजों को देखकर सुपरिंटेंडेंट से पूछा कि अभी किस तरह के सबसे अधिक मरीज भर्ती है? जवाब मिला डेंगू, वायरल फीवर, टाइफाइड सहित अन्य। इसके बाद वह डॉक्टर ड्यूटी रूम में घुसे। वहां पर सभी जूनियर डॉक्टर जमे हुए थे। इसे देखकर उन्होंने कहा कि आपलोग यहां पर बैठे हुए हैं और मरीज बेड पर तड़प रहा है। उन्होंने निर्देश दिया कि एक डॉक्टर वार्ड में हमेशा घूमते रहें, ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा मिल सके।

जल्द ठीक करें एंबुलेंस

निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने एंबुलेंस की स्थिति जाननी चाही। सुपरिंटेंडेंट ने कहा कि हॉस्पिटल में छह एंबुलेंस हैं, जिनमें तीन खराब हैं। कमिश्नर ने कहा कि कहा कि गाडि़यों के मेंटेनेंस फंड में ढाई लाख रुपए हैं, फिर भी एंबुलेंस की ऐसी स्थिति से वे अश्चर्यचकित हैं। उन्होंने सुपरिंटेंडेंट को तीन दिन में इन्हें ठीक करने का निर्देश दिया।

ताकि बचे मरीजों की जान

शिशु रोग विभाग में एक-एक बेड पर दो-दो बच्चों का इलाज चल रहा था। हॉस्पिटल की गंदगी देखरकर कमिश्नर ने कहा कि बीमार आदमी अस्पताल में ठीक होने आता है, लेकिन यहां की व्यवस्था ऐसी है कि वह ठीक क्या होगा बल्कि दो-चार बीमारी की शिकार और हो जाएगा। कमिश्नर ने दो दिनों के अंदर जहरीली शराब, डेंगू व जापानी इंसेफेलाइटिस की दवा खरीदने को कहा है, ताकि इमरजेंसी हालत में मरीजों की जान बचायी जा सके।

किया गया शो-कॉज

एमजीएम हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर को एक्स-रे डिपार्टमेंट में एक भी कर्मचारी नहीं मिला। उन्होंने सस्पेंड करने को कहा। उस दौरान ड्यूटी राकेश की थी। सूचना मिलने पर उन्होंने तत्काल सुपरिंटेंडेंट के सामने अपनी बात रखी। राकेश ने कहा कि वह एक्स-रे के रिपोर्ट रूम में मरीज का रिपोर्ट तैयार कर रहा था। इसकी पड़ताल की जा सकती है। इसके बावजूद ने उन्हें शो-कॉज किया गया है।

स्वच्छता अभियान क्भ् से

कमिश्नर ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में क्भ् सिंतबर से ख् अक्टूबर तक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा जिसका स्लोगन स्वच्छता ही सेवा होगा। कमिश्नर ने सुपरिंटेंडेंट को पूरे अस्पताल परिसर में स्वच्छता संबंधित स्लोगन लगाने का निर्देश दिया।

सुधार को लेकर बैठक आज

कमिश्नर ने सुपरिंटेंडेंट से एमजीएम अस्पताल से संबंधित पूरी रिपोर्ट मांगी है। सोमवार को डीसी कार्यालय में इसे लेकर बैठक बुलाई गई है। बैठक में नये भवन को हैंड ओवर लिए जाने, डॉक्टरों की कमी, साफ-सफाई, नर्स, संसाधन की कमी सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में कमिश्नर के अलावे उपायुक्त, एमजीएम सुपरिंटेंडेंट, पीएचडी, पीडब्लूडी, दोनों अक्षेस, भवन इंजीनियर्स व संबंधित ठेकेदार शामिल होंगे।