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AGRA: AGRA: अजन्मे का जन्मोत्सव मनाने के लिए आगराइट्स उत्साहित रहे। शहर के विभिन्न मंदिरों में उत्सव का माहौल रहा। घर-घर में बाल कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने की तैयारियां हुई। देर रात घड़ी की सुइयों ने क्ख् बजाए तो शंख, घंटे, ढोलक और मंजीरों की थाप सुनाई देने लगी। मंदिरों में मंत्रोच्चारण और घरों में भजन-कीर्तन के दौर चले।

सोने-चांदी की पोशाक पहनाई

नेहरू नगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर में सुबह से राधाकृष्ण को सोने-चांदी की पोशाक पहनाई गई। अदभुत श्रंगार किया गया। मंदिर में ख्08 प्रकार की मिठाई सज्जा की गई। शाम होते ही मंदिर के पट प्रभु दर्शन के लिए खोल दिये। कृष्ण स्वरूपों की झांकियां सजाई गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्राइवेट गार्ड का इंतजाम भी किया गया था।

विदेशी फूलों से की सजावट

विजय नगर राधाकृष्ण मंदिर में भी विशेष विदेशी फूल ऑरकेट से सजावट की छटा देखते ही बन रही थी। राधा कृष्ण का विशेष श्रंगार किया गया। संस्कार भारती द्वारा कान्हा फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का कार्यक्रम रखा गया। शाम को भजन संध्या का कार्यक्रम के साथ ही रात में कृष्ण जन्म के साथ ही पंचामृत अभिषेक व प्रसाद बांटा।

मंदिर में झांकियों ने लुभाया

सनातन शहजादी मंडी स्थित राधाकृष्ण मंदिर में विशेष प्रकार की क्भ् झांकी सजाई जा रहीं हैं। जिसमें क्ख् फुट ऊंची बक्र ासुर की झांकी, जीव हत्या रोकने को लेकर गो हत्या की झांकी, फ्म्0 डिग्री घूमते हुए राधाकृष्ण की झांकी, व अन्य कई कृष्ण स्वरूपों की झांकियों के साथ अन्य कई लाइटिंग से चलने वाली झांकियों ने लोगों को खूब लुभाया।

आरती के साथ गूंजे जयकारे

मंदिरों में रात बारह बजते ही मंदिरों में जय जय वासुदेवाय नम: के जयकारे गूंजना शुरू हो गये। श्रीकृष्ण की बाल मूर्ति को पंचामृत द्वारा नहलाया गया। वस्त्र व श्रंगार के साथ झूला झुलाते हुए आरती की गई। लगभग साढ़े बारह बजे पूजा अर्चना के बाद मंदिरों से पंजीरी व पंचामृत के प्रसाद को पाकर लोगों ने अपना व्रत खोला।

भजन संध्या में थिरके भक्त

सुबह से लेकर देर रात तक मंदिरों में भजन संध्या का कार्यक्रम चलता रहा। रात्रि को जन्म के बाद भी मंदिरों में आधी रात्रि तक लोगों के दर्शनो का तांता लगा रहा। कहीं पर सुबह से तो कहीं पर शाम को भजन संध्या का कार्यक्रम रखा गया था।