छक्के वाली गेंद की प्रैक्टिस खूब की

मैनचेस्टर (पीटीआई)। मैनचेस्टर में आठ विकेट से जीत के बाद टीम इंडिया दूसरा मुकाबला शुक्रवार को कार्डिफ में खेलेगी। पिछले मैच की तरह इस बार भी भारत को चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव से काफी उम्मीदें होंगी। पहले मैच में कुलदीप ने 5 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी थी। इस बार फैंस फिर चाहेंगे कि कुलदीप का जादू चले। वैसे कुलदीप यादव कहते हैं कि उन्हें प्रेशर को हैंडल करने की आदत है। इसका श्रेय वो बचपन में हुई उस ट्रेनिंग को देते हैं जिसके चलते वह निडर गेंदबाज बने। 23 साल के इस युवा भारतीय स्पिनर का कहना है, 'जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरु किया तो मेरे कोच कपिल पांडेय ने सिखाया कि तुम गेंद ऐसे फेंको ताकि बल्लेबाज छक्का मार सके। मैंने इसका खूब अभ्यास किया। मुझे अब दबाव महसूस नहीं होता, क्योंकि ये चीज ऐसी है जिसे मैंने काफी जल्दी सीख लिया और इसका मुझे काफी फायदा भी हो रहा।' कुलदीप आगे कहते हैं, 'अगर आप विकेट लेना चाहते हैं तो गेंद को टर्न कराना जरूरी हो जाता है। अगर गेंद घूमती नहीं है तो समझिए आप एक बेहतर स्पिनर नहीं हैं।'

कुलदीप का खुलासा,छक्के वाली गेंद पर लेता हूं विकेट

पेस में बदलाव होता है जरूरी

पहले टी-20 में मैन ऑफ द मैच रहे कुलदीप यादव कभी समान गति से गेंद नहीं करते हैं। वह कहते हैं, 'शुरुआती ओवर में गेंद के पेस में बदलाव जरूरी होता है। मैं सोचता हूं कि गेंद जितना धीमें फेंकू, विकेट मिलने के उतने ही चांस हो सकते हैं। यही वजह है कि दूसरा ओवर आते ही मैं गेंद की गति पर जोर कम और फ्लाइट पर ज्यादा डिपेंड रहता हूं। ऐसा इसलिए ताकि बल्लेबाज को पेस न मिल सके। जब गेंद में गति नहीं होगी तो बल्लेबाज को आगे आना पड़ता है और लाइन मिस होते ही विकेट उखड़ जाता।' इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के बल्लेबाजों को खामोश रखने वाले कुलदीप का मानना है कि वह गेंदबाजी के दौरान इस पर ध्यान नहीं देते कि सामने बल्लेबाज कौन है। वह अपनी प्लॉनिंग के तहत बॉलिंग करते हैं और विकेट चटकाते हैं।

कुलदीप का खुलासा,छक्के वाली गेंद पर लेता हूं विकेट

कुलदीप आने वाले चैलेंज के लिए हैं तैयार

दूसरे टी-20 मैच से पहले कुलदीप काफी कांफिडेंट हैं। वह कहते हैं, 'यह मेरा पहला इंग्लैंड दौरा है। अभी तक यह मेरे लिए बेहतर गुजरा। इससे पहले मैंने कभी इंग्लिश बल्लेबाजों को गेंदबाजी नहीं की थी। यह पहला अवसर है, ऐसे में थोड़ी बहुत आसानी जरूर है। मगर जैसे-जैसे समय गुजरेगा वे मेरी गेंदों को समझने लगेंगे और हो सकता है आने वाले मैचों में पूरी तैयारी के साथ उतरें।'

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