युवा वेद आचार्य करेंगे सर्वे भवंतु सुखिना की कामना

विहिप के शिविर में आज से शुरू होगा वृहद रुद्राभिषेक कार्यक्त्रम

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PRAYAGRAJ: उम्र में काफी छोटे हैं लेकिन मानव जाति के कल्याण की मंशा लिए कुंभ मेला नगरी में आ रहे हैं। आठ से 15 साल के यह युवा वेद आचार्य विश्व हिंदू परिषद के कैंप में बड़ी संख्या में रुद्राभिषेक करेंगे। विहिप के वेद विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए इस महा-अनुष्ठान से मेले का वातावरण शुद्ध होने के साथ लोगों के बीच सर्वे भवंतु सुखिन: का संदेश भी प्रसारित होगा।

देश के कई इलाकों से
विहिप के सेक्टर-14 के विहिप के कैंप में गुरुवार से सफेद धोती और कुर्ते सहित माथे पर चंदन लगाए युवा वेद आचार्य नजर आएंगे। इनका काम कैंप में आने वालों के लिए रुद्राभिषेक करने के साथ वैदिक भजनों का उच्चारण करना है। इनकी संख्या 400 से अधिक हैं और यह दिल्ली, हरियाणा, कन्नूर, लखनऊ, अयोध्या सहित कई शहरों से मेले में आ रहे हैं। यह सुबह से शाम तक लगातार वैदिक पाठों का संक्षिप्त अंतराल के साथ जप करेंगे, जो कुंभ में वातावरण को पवित्र बनाने के साथ-साथ मदद भी करेगा।

इसलिए हुई थी स्थापना
परिषद के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय अशोक सिंघल द्वारा की गई पहल पर वेद विद्यालयों की स्थापना की गई थी। ताकि चारों वेदों का न केवल कर्मकांड या आजीविका अर्जित करने के लिए उपयोग किया जाए, बल्कि इसमें दिए गए संदेश को चारों ओर फैलाया जाए। वेद पाठशालाओं को शुरू करने का निर्णय संगम के तट पर 1991 के माघ मेले में आयोजित वेद सम्मेलन में लिया गया था और इस पहल के माध्यम से अब तक चारों वेदों के संदेश को फैलाने के लिए कई लाख वेद आचार्य तैयार किए जा चुके हैं।

धर्म संसद में सुनिश्चित होगी उपस्थिति
विहिप के पूर्वी उप्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अंबरीश सिंह के अनुसार वेद आचार्य शिविर में आने वाले लोगों के लिए रुद्राभिषेक करेंगे। साथ ही 31 जनवरी और एक फरवरी को वेद आचार्य धर्म संसद में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे और इसके शुरू होने से पहले इस कार्यक्त्रम के मंच पर वेदों के अंशों का पाठ करेंगे।