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PRAYAGRAJ: महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ ही संगम की रेती पर चल रहे कुंभ मेला का औपचारिक समापन हो गया। जहां सोमवार का दिन, श्रवण नक्षत्र व सर्वार्थ सिद्धि योग के दुर्लभ संयोग में स्नान-दान व पूजन-अर्चन के लिए श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के जयकारे के बीच संगम नोज सहित अन्य घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ के स्लोगन को चरितार्थ करते हुए मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या व बसंत पंचमी जैसे शाही स्नान पर्वो की तरह ही मेला एरिया में भोर से लेकर देर शाम तक श्रद्धालुओं की आस्था उमड़ती रही।

1.1 करोड़ बने पुण्य के भागीदार
शिवरात्रि के दुर्लभ संयोग में भोर से ही संगम नोज सहित आठ किमी एरिया के दायरे में बनाए गए 40 घाटों पर श्रद्धालुओं का रेला पहुंचने लगा था। खासतौर से हर किसी की निगाहें संगम नोज की ओर लगी रही। भोर से ही काली मार्ग व त्रिवेणी मार्ग से श्रद्धालुओं का संगम नोज पहुंचने का सिलसिला दोपहर तीन बजे तक निरंतर चलता रहा। मेला प्रशासन ने दावा किया कि शाम पांच बजे तक एक करोड़ दस लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। संगम नोज पर तो हर-हर महादेव का जयकारा लगाकर श्रद्धालु लगातार पुण्य की डुबकी लगाते रहे तो अन्य घाटों पर स्नान के साथ गौ दान व शिवलिंग बनाकर श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का पूजन-अर्चन किया।

अंतिम पर्व पर भी पहुंचे कई माननीय
कुंभ मेला के अंतिम प्रमुख स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर भी मेला एरिया में कई माननीयों ने पहुंच कर पुण्य कमाया। महा राष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फड़नवीस व कैबिनेट मंत्री जयप्रकाश रावल, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व अश्विनी कुमार चौबे, उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, त्रिपुरा के डिप्टी सीएम जिष्णु देव वर्मा ने संगम में स्नान किया और पूजा-अर्चना की।