ALLAHABAD: करछना थाना क्षेत्र के कुशगढ़ गांव के पास दीपदान करने जा रहे तीर्थयात्रियों की बस पलटने से एक घर का चिराग बुझ गया। हादसे में दो दर्जन से ज्यादा तीर्थयात्री घायल हो गए। बस में सवार सभी लोग दीपावली पर कामता नाथ धाम, चित्रकूट में दीपक जलाने जा रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को सीएचसी करछना में भर्ती कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हादसे के बाद से वहां घंटों लोगों की चीख-पुकार मची रही।

रविशंकर पटेल पुत्र स्व। इन्द्रमणि पटेल की इलाज के लिए ले जाते वक्त रास्ते में ही मौत हो चुकी थी। रविशंकर 15 दिन पहले ही सूरत से अपने घर आया था और दीपदान के लिए चित्रकूट जा रहा था। वह अपने पीछे पत्नी साक्षी और पुत्री रिचा को छोड़ गया है।

 

बाइक को बचाने में पलटी

करछना थाना क्षेत्र के अरई, भस्मा व पथरहिया गांव के करीब पांच दर्जन लोग एक प्राइवेट बस रिजर्व करके दीपावली पर दीपदान करने कामता नाथ धाम, चित्रकूट जाने निकले थे। दोपहर में बस जैसे ही करछना के कोहड़ार घाट मार्ग पर कुशगढ़ गांव के पास बस पहुंची सामने से अचानक एक बाइक सवार आ गया। उसे बचाने के चक्कर में बस अनियंत्रित होकर पलट गयी। बस धरवारा गांव से करछना की ओर आ रही थी। तभी यह हादसा हो गया। घटना के बाद ही चारों ओर चीख पुकार मच गई।

 

आस-पास के लोगों ने की मदद

घटना के बाद आस पास के लोगों ने पहुंचकर घायलों को बस से बाहर निकाला। थोड़ी देर में एम्बुलेंस पहुंची, जिसमें लादकर सभी घायलों को करछना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। गंभीर घायलों में रूद्रनारायण तिवारी रिंगवा, मंझनपुर, विरोधा देवी निवासी खेक्सा, शिवकली निवासी पथरहिया, मुंशीलाल निवासी सनाथ का पूरा, कुसुम देवी निवासी खेक्सा धरवारा, विमला देवी निवासी निरिया, अंजोरा देवी निवासी निरिया, नचकई देवी निवासी अकोढ़ा, अर्जुन निवासी निरिया, बृजेश कुमार निवासी रिठैया, बलराम निवासी भस्मा, सीता देवी निवासी निरिया, सूरज निवासी सलैया, रामबरन निवासी निरिया, लालमनि निवासी निरिया, राजकुमार निवासी मसिका, भाईलाल निवासी निरिया, जंगीलाल निवासी निरिया, जगवंता देवी निवासी निरिया, धनिया देवी निवासी निरिया, कुसुम देवी निवासी खेक्सा, निर्मला देवी निवासी निरिया एवं प्रेमा देवी निवासी निरिया को प्राथमिक उपचार के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करछना ले जाया गया, जहां से सभी को जिला अस्पताल के रेफर कर दिया गया। बाकी लोगों को मामूली चोटें आयीं थी, जिनका प्राथमिक उपचार करके छोड़ दिया गया।