- मंडे से नगर निगम चिह्नित करेगा अतिक्रमण

- पहले मिलेगी चेतावनी और बाद में कर दिया जाएगा ध्वस्त

BAREILLY:

कुतुबखाना फ्लाईओवर निर्माण के फ‌र्स्ट फेज की प्रक्रिया नगर निगम मंडे से शुरू करने जा रहा है। इस क्रम में नॉवेल्टी से कोहाड़ापीर तक सड़क पर मकानों के स्थायी अतिक्रमण को चिह्नित किया जाएगा। चिह्नीकरण के साथ ही नगर निगम अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी देगा। तय समय में लोगों ने अपना अतिक्रमण खुद नहीं तोड़ा या हटाया तो नगर निगम का बुलडोजर इस सड़क पर गरजेगा।

तमाम विरोध दरकिनार

स्मार्ट बरेली में शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने कुतुबखाना में फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया, तो व्यापारियों में भूचाल आ गया। लिहाजा, अतिक्रमण को लेकर राजनीति शुरू हो गई। फ्लाईओवर के निर्माण को मेयर बनाम केंद्रीय मंत्री करने का भी प्रयास किया गया, लेकिन प्रशासन की शह मिलते ही नगर निगम एक्शन मोड में आ गया और कार्रवाई के लिए कमर कस लिया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने नगर निगम को पत्र लिखकर कहा है कि विकास कार्य शुरू करने के लिए अतिक्रमण हटाने का काम शुरू करें। यदि कोई जरूरत होगी तो प्रशासन पूरी मदद करेगा।

ठेले फड़ दुकानें पर भी कार्रवाई

इस अतिक्रमण अभियान में ठेले से लेकर दुकानों तक के सभी अतिक्रमणों को पहले तो चिह्नित किया जाएगा। बाद में उन्हे हटाने की चेतावनी दी जाएगी। यदि कोई चेतावनी के बाद भी कोई ठेले वाला फड़ वाला या फिर दुकानदार अपना अतिक्रमण खुद नही हटाता है। तो उसे नगर निगम की टीम ध्वस्त कर देगी।

तो खत्म हो जाएगा व्यापार

फ्लाईओवर का विरोध कर रहे व्यापारियों का कहना है कि यदि निर्माण हुआ, तो व्यापार ठप हो जाएगा। शहर को जाम से मुक्ति दिलानी है, तो नगर निगम अतिक्रमण हटा दे। हालांकि, व्यापारियों के इस तर्क पर मेयर ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि जो व्यापारी विरोध कर रहे हैं, उन्हीं लोगों ने सड़क को दोनों ओर से 10-10 फीट कब्जा कर रखा है। वह अपना अतिक्रमण खुद तोड़ना शुरू कर दें। यह ज्यादा अच्छा होगा।

वर्जन

सभी अतिक्रमण को हटाया जाएगा। इसके लिए मंडे से अतिक्रमण को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। पहले खुद से हटाने के लिए बोला जाएगा। बाद में नगर निगम हटा देगा।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

नगर निगम को लेटर लिख कर दिया है। कि सभी अतिक्रमणों को चिन्हित किया जाए। पहले खुद से हटाने को कहा जाए। यदि नही हटाते तो नगर निगम हटा दे। इसके लिए यदि नगर निगम को मजिस्ट्रियल हेल्प चाहिए होगी तो मिलेगी।

अशोक कुमार ,सिटी मजिस्ट्रेट