-काशी विद्यापीठ के पीजी डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन कोर्स का रिजल्ट जारी होने से पहले अवार्ड ब्लैंक वायरल होने का मामला

-वीसी ने प्रकरण की जांच के लिए गठित की तीन सदस्यीय कमेटी, मांगी तीन दिनों में रिपोर्ट

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने रिजल्ट जारी होने से पहले अवार्ड ब्लैंक वायरल करने वाले एग्जामिनर पंकज टेकरीवाल के खिलाफ एफआईआर कराने का डिसीजन लिया है। रजिस्ट्रार की संस्तुति पर चीफ प्रॉक्टर ने रिपोर्ट दर्ज करने के लिए सिगरा थाने में तहरीर भी दे दी है। यही नहीं पूरे केस की जांच के लिए वीसी ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी से तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसे लेकर यूनिवर्सिटी में हड़कंप मचा हुआ है।

ऑफिसर्स को किया तलब

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 15 जून को पेज नंबर तीन पर 'रिजल्ट से पहले ही नंबर वायरल' नामक हेडिंग से न्यूज पब्लिश किया था। वीसी प्रो। टीएन सिंह ने इसे काफी सीरियसली लिया। उन्होंने शुक्रवार को सुबह दस बजे ही सभी ऑफिसर्स को तलब कर लिया। आनन फानन में हुई मीटिंग में उन्होंने उच्च अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही यह जानने का प्रयास किया कि पीजी डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन कोर्स का रिजल्ट जारी होने से पहले अवार्ड ब्लैंक जारी कैसे हो गया। यह सुनते ही ऑफिसर्स बगले झांकने लगे।

अब कोई नहीं रखेगा फोन

वीसी ने इस मामले में आरोपी एग्जामिनर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। साथ ही उन्हें तत्काल प्रभाव से यूनिवर्सिटी से संबंधित सभी कार्यो से डिबार कर दिया। इसके अलावा उन्होंने मूल्यांकन केंद्रों पर एग्जामिनर के लिए भी मोबाइल फोन बैन कर दिया है। दूसरी ओर वीसी के निर्देश पर पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी रजिस्ट्रार ने हेड प्रो। मंजूला चतुर्वेदी, चीफ प्रॉक्टर प्रो। शंभू उपाध्याय व असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ। राकेश मिश्र को सौंप दी है। कमेटी ने तत्काल इस मामले की जांच-पड़ताल भी स्टार्ट कर दी है।