-काशी विद्यापीठ से एफिलिएटेड 150 कॉलेजेज ने नहीं दिया अनुमोदित टीचर्स का आधार नंबर

-मनमाने तरीके से की नियुक्ति, अब आधार नंबर देने में छूट रहा पसीना

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से एफिलिएटेड 150 से अधिक वित्तविहीन कॉलेजेज ने अब तक टीचर्स का आधार कार्ड नंबर नहीं दिया है। जबकि सभी वित्तविहीन कॉलेजेज से अनुमोदित टीचर्स का आधार कार्ड नंबर 13 जनवरी तक ही उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने ऐसे कॉलेजेज के करीब एक लाख ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स का एडमिट कार्ड रोकने की चेतावनी दी है।

ताकि मनमानी आ जाए सामने

दरअसल, कई ऐसे अध्यापक भी हैं जिनका अनुमोदन दो या दो से अधिक कॉलेजेज में चल रहा है। जबकि मौके पर कोई और टीचर पढ़ा रहा है। गवर्नमेंट ने इस खेल को रोकने के लिए प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों से वित्तविहीन कॉलेजेज से टीचर्स का आधार नंबर मांगा है। इस क्रम में विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने एफिलिएटेड वित्तविहीन महाविद्यालयों से अनुमोदित टीचर्स का आधार नंबर मांगा था। वहीं आधार नंबर देने में वित्तविहीन कॉलेजों को पसीना छूट रहा है। इसके पीछे मनमाने तरीके से अध्यापकों की नियुक्ति भी बताई जा रही है।

सभी वित्तविहीन कॉलेजेज को अनुमोदित टीचर्स का आधार नंबर देने के लिए कई बार निर्देश दिए जा चुके हैं। बावजूद ज्यादातर कॉलेजेज ने अब तक अनुमोदित टीचर्स का आधार नंबर उपलब्ध नहीं कराया है। ऐसे कॉलेजेज को एडमिट कार्ड रोकने की नोटिस देने का डिसीजन लिया गया है।

ओम प्रकाश, रजिस्ट्रार

यूजीसी के मानक अनुरूप टीचर्स का अभाव बना हुआ है। ऐसे में तमाम कॉलेजेज में नियमों की अनदेखी करते हुए टीचर्स की नियुक्ति की है। इसके चलते वित्तविहीन कॉलेज अनुमोदित टीचर्स का आधार कार्ड नंबर नहीं दे पा रहे हैं।

नागेश्वर सिंह, अध्यक्ष

विश्वविद्यालय संबद्ध महाविद्यालय प्रबंधक एसोसिएशन