--UGC ने एकेडमिक परफॉर्मेस इंडेक्स में किया संशोधन
-काशी विद्यापीठ एक्जिक्यूटिव काउंसिल ने यूजीसी गाइडलाइन 2016-17 पर लगायी मुहर
VARANASI
अब टीचर्स के अप्वाइंटमेंट व कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत प्रमोशन में एकेडमिक परफार्मेस इंडेक्स (एपीआई) का खेल नहीं चलेगा। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने टीचर्स के अप्वाइंटमेंट व प्रमोशन के लिए यूजीसी गाइडलाइन-ख्0क्म्-क्7 एक्सेप्ट कर लिया है। अब यूनिवर्सिटी में टीचर्स की नियुक्ति नए नियम से ही होगी। इसके लिए फिर से विज्ञापन जारी किया जाएगा।
चेंज हो गया पूरा स्ट्रक्चर
पहले किसी भी जनरल में पब्लिश लेख व रिसर्च पेपर पर मुख्य लेखक को म्0 मार्क्स व सहायक लेखक को फ्0 मार्क्स एपीआई मिलती थी। अब यूजीसी द्वारा मान्य जनरल लिस्ट में लेख व रिसर्च पेपर पर ही मार्क्स मिलेंगे। इसी प्रकार ग्रंथों के प्रकाशन, प्रोजेक्ट वर्क, रिसर्च गाइड, सेमिनार के लिए मिलने वाले मार्क्स में भी संशोधन किया गया है। रिसर्च कराने पर अब सात के स्थान पर दस मार्क्स एपीआई मिलेगा। इसी प्रकार एमफिल में तीन के स्थान पर पांच मार्क्स एपीआई कर दिया गया है। सेमिनार में पहले ख्0 परसेंट मार्क्स मिलते थे। अब इसका अलग-अलग मार्क्स निर्धारित कर दिया गया है।
फिर से भरना होगा फॉर्म
वीसी डॉ। पृथ्वीश नाग की अध्यक्षता में सोमवार को हुई एक्जिक्यूटिव काउंसिल ने यूजीसी गाइडलाइन-ख्0क्म्-क्7 को मंजूरी मिल गई। मई-जून ख्0क्म् में अध्यापकों के करीब ब्ख् पोस्ट पर विज्ञापन जारी किया गया था। अब नए सिरे से विज्ञापन जारी करने का डिसीजन लिया गया है ताकि नए नियम के तहत कैंडीडेट आवेदन कर सकें। एक्जिक्यूटिव काउंसिल ने वित्त समिति की संस्तुतियों को भी मंजूरी दे दी। हालांकि कर्मचारियों के अवकाश नकदीकरण का प्रकरण स्थगित कर दिया गया। मीटिंग में रजिस्ट्रार ओम प्रकाश, विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो। केएस जायसवाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।