काशी विद्यापीठ ने बनाया history

--OMR पर हुई वोटिंग, स्कैन मशीन से काउंटिंग

-स्मार्ट मोबाइल फोन पर घर बैठे समर्थक देखते रहे रुझान

-नया प्रयोग रहा सफल, दूसरे संस्था के लिए बनी नजीर

VARANASI

काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव में नया प्रयोग पूरी तरह सफल रहा। यूनिवर्सिटी के इतिहास में जहां पहली बार ओएमआर पर आधारित बैलेट पेपर पर मतदान हुआ। वहीं दूसरी ओर काउंटिंग स्कैन मशीन से हुई। तकनीकी का सकारात्मक परिणाम यह रहा कि डेढ़ घंटे के भीतर परिणाम आ गए। वोटिंग के दौरान हर पांच मिनट पर यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर मतदान का प्रतिशत लगातार अपडेट किया जा रहा था। इतना ही नहीं मानविकी संकाय के थियेटर में स्कैन मशीन से जब काउंटिंग चल रही थी तो वेबसाइट पर भी लाइव रुझान भी चल रहा था। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसकी जानकारी स्टूडेंट्स को पहले ही दे रखी थी। ऐसे में कैंडीडेट्स के समर्थक घर बैठे स्मार्ट मोबाइल फोन पर इंटरनेट के माध्यम से रुझान देखते रहे। लाइव प्रसारण का लाभ यह रहा कि कोई भी छात्र कौन कितना मत पा रहा है यह जानने के लिए उसे किसी को फोन नहीं करना पड़ा।

बारकोड से हुई पहचान

इस साल स्टूडेंट्स के आई कार्ड में बारकोड भी दर्ज किया गया है। वहीं मतदान में आई कार्ड अनिवार्य किया गया था। इसलिए बूथ पर पहुंचते ही लैपटॉप व कंप्यूटर के माध्यम से वोटर्स की पहचान कर ली जा रही थी। बार कोड फीड करते ही स्क्रीन पर छात्र की फोटो, नाम, पता सहित अन्य डिटेल सामने आ जा रही थी। इसके अलावा किस बूथ पर वोट देना है यह भी स्क्रीन पर आ जा रहा था। एक बात और कि यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार अनुसूचित जाति संवर्ग का कोई स्टूडेंट छात्रसंघ का अध्यक्ष चुना गया है।