खुदाई के दौरान निकला था

करेली में रईस बालू वाले रहते हैं। कुछ दिनों पहले उनके घर में निर्माण कार्य चल रहा था। खुदाई के दौरान चांदी के सिक्कों से भरा मटका मिला था। इनका वजह करीब 14 किलो था। फैमिली मेंबर्स का कहना था कि ये उनका पुश्तैनी खजाना है। इसके और दावेदार भी सामने आ गए। बाद में पुलिस ने इस खजाने को अपने कब्जे में ले लिया था। एसओ करेली अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक दर्जनों दावेदार थाने आ चुके हैं। सभी से कहा गया है कि वे इस संबंध में डीएम को अप्लीकेशन दें। दरअसल खजाने पर एएसआई की रिपोर्ट आने के बाद अंतिम निर्णय डीएम को ही लेना है।

रिपोर्ट पर होना है फैसला

खजाने का परीक्षण एएसआई को करना है। इसके बाद ही तय होगा कि खजाना सरकार के पास रहेगा या फिर पैतृक संपत्ति मानते हुए इसे रईस की फैमिली को वापस कर दिया जाएगा। कुछ रिश्तेदार भी इस पर अपना हक जता रहे हैं। पुलिस का कहना है कि एएसआई की टीम ने लेटलतीफी की तो दावेदारों की संख्या और बढ़ सकती है।

कम ही है संभावना

करेली पुलिस का कहना है कि रईस का मकान पुश्तैनी है। इसमें कई दूसरे रिश्तेदार भी रहते हैं। यही रीजन है कि दावेदार भी लगातार बढ़ रहे हैं। वैसे पुलिस सोर्सेज की मानें तो इसे पैतृक संपत्ति माने जाने की संभावना कम ही है। तर्क ये है कि सिक्के 1905 के हैं।