काशी देख अभिभूत हुए क्योटो के डिप्टी मेयर, लगा अपने शहर जैसा बनारस

-सारनाथ का किया भ्रमण, देखी गंगा आरती, दीनापुर एसटीपी की किया निरीक्षण

VARANASI : 'बिल्कुल ऐसा ही तो है हमारा शहर। यहां के मंदिर, गलियां की तरह हमारे शहर में भी मंदिर और गलियां हैं। शहर से होकर गुजरती नदी बिल्कुल हमारे की तरह है.' काशी के दो दिनी प्रवास पर गुरुवार को पहुंचे क्योटो के डिप्टी मेयर के। ओगासावारा के एक्सप्रेशन बिल्कुल यही थे। छह सदस्यीय दल के साथ आए डिप्टी मेयर शहर को बड़े गौर से निहारा। अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह बनारस में गंगा नदी बहती है। वैसे ही क्योटो शहर में भी कामोगावा नदी बहती है। उन्हें दोनों शहरों के बीच ढेरों समानता नजर आयी। डिप्टी मेयर के हवाई अड्डे से दोपहर में नदेसर स्थित पंच सितारा होटल पहुंचने महापौर रामगोपाल मोहले ने उनका स्वागत किया। लंच के बाद करीब फ्.फ्भ् बजे वे दल संग काशी भ्रमण पर िनकले।

सारनाथ का किया भ्रमण

क्योटो के डिप्टी मेयर और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल दल के सदस्य शाम को सारनाथ पहुंचे। यहां पुरातात्विक खंडहर का अवलोकन किया। प्राचीन मूलगंध कुटी मंदिर के अवशेष व अशोक स्तंभ को देखा। संग्रहालय में रखे भारत का राष्ट्रीय चिन्ह शीर्ष सिंह देखा साथ ही पुरातात्विक अवशेषों के बारे में जानकारी ली। लगभग आधा घंटा बिताने के बाद दीनापुर में एसटीपी देखने पहुंचे। ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता और कार्यशैली को जाना। जल निगम के अधिकारियों ने उन्हें प्लांट संबंधित बुकलेट डिप्टी मेयर को प्रदान किया। जापानी टीम ने माना कि प्रोजेक्ट के सापेक्ष एसटीपी की क्षमता कम है। उन्होंने प्लांट की क्षमता बढ़ाने का सुझाव भी अधिकारियों से मांगा।

गंगा आरती देख हुए मंत्रमुग्ध

क्योटो के डिप्टी मेयर शाम म्.फ्0 बजे गंगा आरती देखने के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचे। अपलक पूरी आरती को देखा। मंत्रों पर मुग्ध होते रहे। ट्रांसलेटर अशोक के चावला से बीच-बीच में गंगा आरती के बारे में बताते रहे। गंगा की दशा के बारे में भी उन्हें बताया। आरती खत्म होने के बाद होटल वापस लौट गए। डिप्टी मेयर के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम किया गया था।