Lucknow: लामार्टीनियर ब्वायज कॉलेज से निकाले गए हाईस्कूल के 24 स्टूडेंट्स का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्टूडेंट्स के साथ साथ अब पेरेंट्स भी सामने आने लगे हैं। शुक्रवार को कई पेरेंट्स ने इस मामले में अपनी शिकायत डीएम आफिस में दर्ज कराई है। जिलाधिकारी का कहना है कि नगर निकाय चुनाव के बाद इस मामले की जांच शुरु की जाएगी.
उन्होंने बताया कि अगर किसी को इस मामले में अपनी शिकायत दर्ज करनी है तो वह 25 जून तक उनके आवास पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उधर मुस्लिम कम्यूनिटी में भी यह मामला गर्मा गया है। कई मुस्लिम उलेमा ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और जिलाधिकारी से जल्द कारवाई की मांग की है.
मुलायम को लिखेंगे लेटर
शहर काजी मौलाना अबुल इरफान मियां फिरंगी महली ने बताया कि यह बहुत ही शर्म की बात है कि इतने सारे मुसलमान बच्चों को सिटी के एक नामी स्कूल से बाहर निकाल दिया गया है। यह मुसलमानों की एजुकेशन में एक रोड़ा है। उन्होंने बताया कि वह इस मामले को लेकर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को एक लेटर लिखेंगे और उनसे मांग करेंगे कि वह इस मामले में खुद हस्तक्षेप करें ताकि इन 18 मुसलमान बच्चों का फ्यूचर बरबाद ना हो.
उन्होंने बताया कि सपा सरकार अपने को मुसलमानों का हितैषी बताती है और उसके ही शासन में शहर का एक नामी स्कूल मुस्लिम बच्चों को बिना वजह ही अपने स्कूल से बाहर कर रहा है और सरकार चुपचाप बैठी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वह चुप नहीं बैठेंगे। इसके साथ ही कई स्टूडेंट्स भी शुक्रवार को शहर काजी अबुल इरफान मियां फिरंगी महली से मिलने के लिए पहुंचे और उनको अपनी परेशानी के बारे में बताया.
अब आने लगे हैं सामने
लामार्टीनियर ब्वायज स्कूल से निकाले जाने के बाद बच्चे डर के मारे सामने नहीं आ रहे थे लेकिन आई नेक्स्ट में मंगलवार को आखिर क्यों? शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद पेरेंट्स और स्टूडेंट्स दोनों का हौसला बढ़ा है। वहीं जिलाधिकारी अनुराग यादव ने भी इस मामले में पहल करते हुए स्टूडेंट्स को आश्वासन दिया है कि वह उनके साथ अन्याय नहीं होने देंगे.
इसके बाद पेरेंट्स का हौसला और बढ़ गया है और अब वह खुल कर स्कूल प्रशासन के खिलाफ बोलने लगे हैं। शुक्रवार को इस मामले से जुड़े कई पेरेंट्स ने आई नेक्स्ट आफिस में फोन करके शिकायत की और यही नहीं उन्होंने अपनी शिकायत की एक प्रतिलिपि डीएम आफिस में भी रिसीव कराई है.
पूछी जाएगी हर बच्चे की वजह
सूत्रों की माने तों जितने भी स्टूडेंट्स इस मामले में अपनी शिकायत डीएम से कर रहे है। उनमें हर स्टूडेंट्स के निकाले जाने की वजह प्रिसिंपल से पूछी जाएगी। यही नहीं उन पेरेंट्स की आर्थिक स्थिति के बारे में भी पूछताछ की जाएगी क्योंकि कई पेरेंट्स का कहना था कि उनके पास इतने पैसे नहीं है कि वह कॉलेज को डोनेशन दे सकें इसलिए जो बच्चे आर्थिक रुप से कमजोर थे उनको स्कूल ने बाहर निकाल दिया है और उनकी जगह पैसे वाले और रसूखदार लोगों के एडमिशन लिए जा रहे है.
इस सत्यता की जांच भी की जाएगी। वही वजह है कि हर बच्चे से पूछा जा रहा है कि उसके पिता क्या करते हैं। वहीं कई प्रिसिंपल शुक्रवार को भी प्रिसिंपल से मिलने के लिए पहुंचे लेकिन उन्होंने हमेशा की तरह मिलने से इंकार कर दिया.

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