- मई दिवस पर 47 हजार मजदूरों को मिला रोजगार

- अभियान में होगा 15 लाख मानव दिवस का सृजन

LUCKNOW: डीएम गोंडा आशुतोष निरंजन ने मई दिवस पर एक अभिनव प्रयोग किया जिसका सराहना प्रशासनिक अमले में भी हो रही है। उन्होंने मई दिवस के अवसर पर मजदूरों को नायाब तोहफा देते हुए पहली बार एक दिन में ब्7 हजार मजदूरों को रोजगार प्रदान किया। ब्रांड गोंडा मुहिम के तहत हुए इस कार्य से जिले की छवि बदलने के साथ विकास को भी पंख लगेंगे। सोशल मीडिया पर भी डीएम गोंडा की इस पहल को सराहा जा रहा है।

क्0भ्ब् ग्राम पंचायतों में शुरू

डीएम ने रविवार को मजदूर दिवस के अवसर पर कार्य योजना बनाकर जनपद की सभी क्0भ्ब् ग्राम पंचायतों में एक साथ निर्माण कायरें का शुभारम्भ कराया। उन्होंने ग्राम पंचायत सोनापार के ग्राम बराराय, गौंसिहा व मुण्डेरवा कला जाकर निर्माण कायरें का शुभारम्भ किया। दरअसल डीएम ने विगत क्ब् अप्रैल से ख्ब् अप्रैल तक सभी क्0भ्ब् ग्राम पंचायतों में खुली बैठकें आयोजित कर कार्य योजना पर मुहर लगायी। जिसके बाद मस्टर रोल जारी किया गया तथा यह आदेश हुए कि सभी ग्राम पंचायतों में एक साथ मनरेगा, राज्य वित्त व केन्द्र वित्त योजनाओं के तहत निर्माण कार्य प्रारम्भ कराए जाएंगे। अभियान के पहले दिन डीएम ने प्रत्येक दस ग्राम पंचायत पर एक-एक नोडल अधिकारियों को नियुक्त कर भ्रमणशील रहते हुए व्हाट्सएप गु्रप तथा सोशल मीडिया पर स्थलीय फोटो भेजने के निर्देश दे रखे थे और स्वयं पूरे दिन कायरें पर नजर बनाए रहे। दस दिन तक चलने वाले इस अभियान में करीब क्भ् लाख मानव दिवस सृजित होंगे।

इस मुहिम को शुरू करने के लिए मजदूर दिवस से अच्छा मौका नहीं हो सकता था। सहालग और खेती का काम खत्म होने के बाद मजदूरों को रोजगार की आवश्यकता थी। बरसात तक उन्हें रोजगार मिलता रहे इसके लिए यह योजना शुरू की गयी। इससे रोजगार सृजन के साथ परिसंपत्तियों का निर्माण भी होगा। गांवों की सूरत बदलेगी। दस दिन तक चलने वाले इस अभियान की सफलता के बाद नये डिजायन के साथ इसे फिर से शुरू किया जाएगा।

आशुतोष निरंजन

डीएम, गोंडा