- भावना एस्टेट एरिया में निल इंफ्रास्ट्रक्टर प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट में हादसा

- बेसमेंट की खुदाई के दौरान मिट्टी की ढाय गिरी, मजदूर की मौत, एक गंभीर

- सरिया काटकर निकाला गया मजदूर, आधा दर्जन मजदूर दब गए थे मिट्टी में

AGRA। सिटी में हाउसिंग प्रोजेक्ट के नाम पर मजदूरों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। यह कहना गलत न होगा कि यह प्रोजेक्ट अब 'डेथ प्रोजेक्ट' बनते जा रहे हैं। टयूज्डे को भावना स्टेट एरिया में नंबर वन रेजीडेंशियल डेवलेप करने का दावा करने वाले कंपनी के हाउसिंग प्रोजेक्ट में लेबर की मौत इसकी गवाह है। बेसमेंट खोदते समय गिरी मिट्टी की ढाय में दबने से हुई मजदूर की मौत के बाद उसकी जिम्मेदारी न लेने वालों की भी कमी दिखाई दी।

पथौली निवासी वर्कर लक्ष्मी नारायण पुत्र राम सिंह को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा जबकि मैनपुरी जिले के थाना एलाडु निवासी विजय पुत्र भागवत गंभीर रूप से घायल हो गया। अपनी तसल्ली के लिए पुलिस ने दोनों को आनन-फानन में इमरजेंसी में भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने मौके पर इलाका पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

बेसमेंट खोदने के दौरान हुआ हादसा

निल इंफ्रास्ट्रक्चर भावना स्टेट एरिया में अपना हाउसिंग प्रोजेक्ट डेवलेप कर रहा है। इसका प्रचार-प्रसार नंबर वन रेजीडेंशियल प्रोजेक्ट के तौर पर किया जा रहा है। टयूज्डे को दोपहर क्ख् बजे करीब जेसीबी से बेसमेंट खोदा गया। इस बेसमेंट को एकसार करने के लिए बेसमेंट में आधा दर्जन मजदूरों को उतारा गया। कुछ देर बाद ही यहां पर मिट्टी की ढाय गिर पड़ी। चार मजदूर तो सेफ निकल आए, लेकिन दो मजदूर दब गए। इनमें से विजय नामक मजदूर को अन्य मजदूरों की मदद से घायल हालत में बाहर निकाल लिया, लेकिन एक अन्य पथौली निवासी वर्कर लक्ष्मी नारायण पुत्र राम सिंह दबा रहा।

दो घंटे बाद निकला लक्ष्मी नरायन

दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लक्ष्मी नरायन को बेसमेंट में लगी लोहे की सरियों को काटकर बाहर निकाला गया। लक्ष्मी नरायन की वैसे तो मौके पर ही मौत हो गई थी, फिर भी जिंदगी की आस में उसे एसएन की इमरजेंसी में भर्ती करवा दिया।

तुम चलो काम करो

जिस दौरान ये हादसा हुआ इन दो लोगों को निकालने के बाद मैनेजर द्वारा मौके पर काम कर रही जेसीबी को बंद करवा दिया। मैनेजर सौरभ मिश्रा को डर सता रहा था कि मिट्टी के अंदर कोई और डेड बॉडी न निकल आए। एसएसपी से कंपलेन कराने के बाद सीओ हरीपर्वत समीर सौरभ पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने दोबारा खुदाई शुरू कराई। इस दौरान मौके पर खड़े वर्करों को मैनेजर ने सख्त हिदायत दी गई कि तुम यहां क्या कर रहे हो, जाकर अपना काम करो।

वर्कर्स की नहीं थी एंट्री

कानूनन किसी भी बिल्डिंग में कंस्ट्रक्शन का काम किया जाता है तो उसमें काम कर रहे वर्करों की एंट्री गेट पर होती है, लेकिन यहां ऐसा नहीं था। एक भी वर्कर की एंट्री गेट पर नहीं की गई थी।

कोई वर्कर नहीं लगाए था हेलमेट

बेसमेंट में काम करने वाले वर्करों को हेलमेट लगाया जाता है, ताकि ऊपर से यदि कोई सामान सिर पर गिरता है तो उससे सेफ्टी हो सके, लेकिन यहां काम करने वाला कोई भी वर्कर हेलमेट नहीं लगाए था।

वर्जन

नील इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा भावना एस्टेट रोड पर कंस्ट्रक्शन का काम कराया जा रहा था। जिस दौरान मिट्टी की ढाय गिरने से दो मजदूर घायल हो गए थे, उनमें से लक्ष्मी नारायन की मौत हो चुकी है। यदि कोई तहरीर देगा तो एक्शन लिया जाएगा।

समीर सौरभ, सीओ हरीपर्वत

मैं सिटी से बाहर हूं। मुझे थोड़ी बहुत जानकारी मिली है, इसलिए कुछ बता नहीं सकता हूं।

संदीप मित्तल, ओनर नील इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड

हादसे के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। यदि हादसे में मजदूर की मौत हुई है तो वह वेडनेसडे को अपने ऑफिस मृतक मजदूर के रजिस्ट्रेशन के बारे में पता करेंगे। अगर रजिस्ट्रेशन है तो मृतक मजदूर के परिवार को बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन एक्ट के तहत एक्सीडेंटल हेल्प स्कीम के जरिए पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलवाया जाएगा। वहीं घायल को भी सहायता राशि दिलवाई जाएगी।

दीप्तीमान भट्ट, डीएलसी