द्वह्वह्यड्डढ्डड्डठ्ठद्ब : ¨हदुस्तान कॉपर लिमिटेड द्वारा सूरदा माइन्स एवं मुसाबनी कंसंट्रेटर प्लांट के संचालन के लिए हर छह माह पर नए ठेका कंपनी को टेंडर दिए जाने का मजदूरों ने एक स्वर से विरोध शुरू कर दिया है। मजदूरों ने एचसीएल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि एचसीएल के अधिकारी मजदूरों का शोषण करने के लिए हर 6 माह पर मांइन्स का संचालन हेतु ठेका कंपनी को देने का काम कर रही है यह अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है.आक्रोशित मजदूरों ने सोमवार को सूरदा माइन्स एवं कंसंट्रेटर प्लांट में काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

विफल रही वार्ता

झारखंड क्रांतिकारी मजदूर युनयन की ओर से इस मुद्दे पर एचसीएल के इकाई प्रमुख से उनके कार्यालय में चार ¨बदुओं पर वार्ता हुई ,जिनमें प्रमोशन ,नाइट शिफ्ट एलाउंस, मेडिकल एवं छुट्टी आदि पर ईकाई प्रमुख से हुई वार्ता कोई निर्णय नहीं निकला। इसलिए मजदूरों ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान मजदूरों ने सुरदा माइंस में अपनी मांगों के समर्थन में खूब नारे बाजी की गई। मजदूरों को संघर्ष के लिए संगठित होने का आव्हान भी किया गया।

सौंपा था मेमोरेंडम, नहीं ली कोई सुध

यूनियन उपाध्यक्ष सुभाष मुर्मू ने बताया कि 29 अक्टूबर को एचसीएल यूनिट हेड से मिलकर 8 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया था। उसके बाद भी मजदूरों की मांगों को अनसुना कर दिया गया है। उनकी चार मुख्य मांगे हैं मजदूरों का प्रोमोशन, मेडिकल सुविधा, रात्रि भत्ता व छुट्टी कम से कम उन्हें ही पूरा कर देते मजदूर काम करने को तैयार है। लेकिन उन माँगो को भी प्रबंधन पूरा नहीं कर रही है। जिससे मजदूरों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा है। सुरदा माइंस के थ्री साफ्ट, फोर्थ साफ्ट (साउथ सुरदा) और मुसाबनी कंसन्ट्रेटर प्लांट में मजदूर हड़ताल पर हैं। दोनों माइंस में आवश्यक सेवा को भी बंद रखा गया है। इस कारण माइंस में डिवाट¨रग का कार्य भी बंद है।