वार्ड 20 कसेरुखेडा की कालोनियो में हावी निगम की लापरवाही

Meerut। स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा का अंतिम दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, नगर निगम के वार्डों में साफ सफाई बढ़ने के बजाए गंदगी का ढेर बढ़ता जा रहा है। स्वच्छ वार्डो में चयनित वार्डो का हाल इस कदर बदहाल है कि उनको देखकर लगाता है कि नगर निगम ने इनका चयन तो किया, लेकिन साफ-सफाई करना भूल गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने स्वच्छ वार्ड का निरीक्षण कर निगम के दावों की जांच की तो तस्वीर कुछ और ही थी।

वार्ड- 20 कसेरुखेड़ा

पार्षद- विजय सोनकर

क्षेत्र- ऊंचा मोहल्ला, नई मंडी, खटकाना, डिग्गी , रक्षापुरम, डिफेन्स कालोनी, मीनाक्षीपुरम, न्यू मीनाक्षीपुरम आदि

गंदगी के अंबार

स्वच्छ वार्ड की टॉप टेन सूची में शामिल वार्ड 20 कसेरुखेड़ा में साफ सफाई का हाल इस कदर बदहाल है कि कूडे़ के ढेर के कारण वार्ड में कई जगहों पर गंदगी फैली हुई है। सड़क पर जगह जगह नाले किनारे कूड़े का ढेर लगा दिया गया है, जिस कारण से पैदल तो दूर दुपहिया वाहन चालकों का निकलना भी दूभर हो गया है।

स्ट्रीट लाइट भी खराब

वार्ड के कुछ मोहल्लों को छोड़कर अधिकतर गलियों में स्ट्रीट लाइट की खराब हैं या फिर लगी ही नही हैं। वार्ड के लोगों की शिकायत है कि निगम द्वारा स्ट्रीट लगाई ही नही गई। वहीं डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की सुविधा भी वार्ड के कुछ बाहरी मोहल्लों तक सीमित है। स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता के अहम बिंदु कंपोस्टिंग प्लांट की इस वार्ड में अभी तक जगह भी निर्धारित नही की गई है। केवल कुछ जगहों पर रक्षापुरम, डिफेस आदि है। ऐसे में वार्ड की हालत जीत के काबिल तो दूर, शामिल होने के लायक भी नही है।

वार्ड इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है हम इस प्रतियोगिता में टॉप वन नंबर पर आएं, यही उम्मीद है। हमारी तरफ से सभी चीजों को सही ढंग से किया जा रहा है।

विजय सोनकर, पार्षद

नाले की सफाई के बाद नाले की सिल्ट बाहर निकाल कर फेंक दी गई थी, जो महीनों तक घरों के बाहर पड़ी रही। खुद लोगों ने अपने खर्च पर सिल्ट को हटवाया।

इंद्रजीत सिंह

डोर टू डोर तो दूर कम से कम सप्ताह में दो बार गली की सफाई हो जाए तो काफी है। वार्ड स्वच्छता के संबंध में पार्षद के दावे झूठे हैं।

ईश्वरी देवी