- डीजीपी ने की महिला चीता पुलिस की लॉन्चिंग

- 24 दोपहिया वाहनों पर सवार होकर सड़कों पर उतरी महिला चीता पुलिस

DEHRADUN: महिला दिवस पर शहर में अपराध नियंत्रण और महिलाओं की हिफाजत के लिए पुलिस ने महिला चीता पुलिस को सड़कों पर उतारा। बुधवार को महिला चीता पुलिस की टीम ख्ब् स्कूटी और बाइक्स पर सवार होकर शहर में फर्राटा भरती हुईं नजर आईं।

ब्8 महिला पुलिसकर्मी शामिल

चीता पुलिस में ब्8 महिला पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया है। जिनको ड्राइविंग, एक्शन रेस्पॉन्डिंग, कानून व्यवस्था, सेल्फ डिफेन्स, पब्लिक रिलेशन की ट्रेनिंग दी गई। बुधवार को डीजीपी एमए गणपति ने पुलिस लाइन से महिला चीता पुलिस की टीम को लॉन्च किया। इस मौके पर एसएसपी देहरादून स्वीटी अग्रवाल समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। मौके पर एसएसपी ने महिला चीता कर्मियों को फायरिंग की ट्रेनिंग के लिए डीजीपी से अनुमति मांगी। हालांकि महिलाओं को असलहा चलाने की ट्रेनिंग दी गयी है। इनमें क्क् टीम सिटी और एक ग्रामीण एरिया में काम करेंगी। रात को भी महिला चीता पुलिस सड़क पर रहेगी।

शुरू होते ही विवाद

भले ही दून पुलिस ने महिला चीता पुलिस के रूप में महिलाओं को सौगात दी हो लेकिन इनकी लॉन्चिंग जल्दबाजी के कारण विवादों में आ गई है। दरअसल महिला चीता पुलिस को जिन ख्ब् दो पहिया वाहनों के साथ हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया वे एक ही नंबर के थे। इन सब वाहनों पे यूए 0फ्भ्7 टी, टेंपोररी नंबर चस्पा थे। जबकि एक नंबर पर सिर्फ एक ही वाहन चलाया जा सकता है। नियमानुसार टेंपोररी नंबर सिर्फ वाहन को एक स्थान पर दूसरे स्थान पर ले जाकर खड़ा करने के लिए जारी किया जाता है। इस नंबर पर रुटीन ड्राइविंग नहीं की जा सकती।

जब घंटाघर पर खड़ी हो गई बाइक

महिला चीता पुलिस की लॉन्चिंग के साथ जैसे ही महिला चीता पुलिस की एक बाइक घंटाघर पर पहुंची तो वह खराब हो गई। तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद बाइक को ठीक किया गया और महिला चीता पुलिस आगे बढ़ी।