RANCHI: नौकरी के झांसे में आकर डेढ़ लाख गंवाने वाली एक लड़की खुद जालसाज के चक्कर में फंसकर जेल पहुंच गई है। लड़की का नाम प्रभा कुमारी है, जो नरकोपी थाना एरिया की रहनेवाली है। शनिवार को बनारस पुलिस रांची के अरगोड़ा थाना पहुंची और जेल भेजी गई युवती मिलकर पूछताछ की। इसके बाद बनारस पुलिस के सब-इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह अपने बल के साथ वापस लौट गए।

तीन थानों में प्राथमिकी

अरगोड़ा पुलिस ने कडरू की एक युवती को 50 लाख रुपए के फ्रॉड मामले में गिरफ्तार किया था। इसे लेकर तीन थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। अरगोड़ा, डोरंडा और नरकोपी की पुलिस फरार अभियुक्त आदित्य कुमार सिंह उर्फ शिव उर्फ पटेल को सरगर्मी से ढूंढ रही है। एफआईआर के अनुसार, जेल भेजी गई युवती मूल रूप से नरकोपी के पिपरटोली की रहने वाली है।

क्या है मामला

कडरू में लड़की किराए के मकान में रह रही थी। ठगी की प्राथमिकी वाराणसी के व्यवसायी आनंद कुमार सिंह ने अरगोड़ा थाने में दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने बताया है कि उन्हें बाबा रामदेव की संस्था पतंजलि की डीलरशिप देने के एवज में आदित्य कुमार सिंह ने पांच लाख रुपए पतंजलि के नाम से खुले बैंक अकाउंट में जमा करवाए। लेकिन न तो उन्हें कोई डीलरशिप मिली और न ही उनके पैसे लौटे। जब उन्होंने उस खाताधारी की तलाश की, जिसमें पांच लाख रुपए ट्रांसफर किए थे, तो पता चला कि वह अकाउंट एक महिला के नाम पर है, जो पिपरटोली नरकोपी की रहने वाली है। युवती ने अरगोड़ा थाना प्रभारी रतिभान सिंह को फ्रॉड का फोन नंबर बताया था।

गंवाए पैसे रिकवर करने को बनी ठग

पूछताछ में गिरफ्तार युवती ने बताया कि मैंने डाक विभाग में नौकरी के लिए आवेदन किया था। उसी दौरान मुझे एक व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि चूंकि तुम्हारे दो अंक कम आए हैं, इसलिए तुम नौकरी के लिए अयोग्य हो। अगर पैसे खर्च करोगी तो उसे नौकरी मिल जाएगी। यह सुन मैंने घर वालों से पैसे लिए। कुछ राशि का जुगाड़ नहीं हो पाया तो कर्ज भी ले लिया। फिर 1.55 लाख रुपए जमा कर फोन करने वाले व्यक्ति को दे दिया। लेकिन मुझे न नौकरी मिली और न ही पैसे वापस हुए। परिजनों को जानकारी हुई तो उनलोगों ने भी मुझे यह कहते हुए घर से निकाल दिया कि अब तुम ही कमाओ और कर्ज चुकाओ। घर से निकाले जाने के बाद मैंने ठगी करने वाले को कॉल किया और कहा कि मैं गरीब परिवार से हूं। मैंने कर्ज लेकर पैसे दिए हैं, इसलिए लौटा दो। इस पर ठग ने कहा कि अगर तुमने अपने नाम से बैंक अकाउंट खोला तो पूरी राशि वापस कर देगा।

प्रभा से बदलकर नाम रखा पतंजलि

उस फ्रॉड के कहने पर मैंने अपना नाम बदलकर पतंजलि रख लिया। फिर ठग ने उसी नाम से कई फर्जी आधार कार्ड बनवाए। करीब 10 बैंकों में पतंजलि के नाम से खाता खोले और एटीएम कार्ड समेत पूरी डिटेल फ्रॉड ने अपने पास रख लिया। इसके बाद उसने पतंजलि का डीलरशिप देने के नाम पर अखबारों में विज्ञापन दिया। विज्ञापन देख कई लोगों ने संपर्क किया। फ्रॉड ने सबको पतंजलि के अकाउंट में पैसा जमा करने को कहा। लोगों ने भी पतंजलि का अकाउंट देख भरोसा कर लिया और किसी ने पांच लाख तो किसी ने 2.50 लाख रुपए डीलरशिप लेने के लिए खाते में जमा कर दिए। पैसे खाते में आने के बाद फ्रॉड लगभग 50 लाख रुपए लेकर फरार हो गया और मैं फंस गई।