छह महीने से पिट रही थी

जब होश आया तो बच्चे को खोज रही थी। जब रहा नहीं गया तो शुक्रवार को वीमेन हेल्प लाइन पहुंची और मदद की गुहार लगाई। आखिरकार पांच दिनों के बाद रश्मि को 8 महीने का बच्चा मिला। राजीव नगर की रश्मि की अरेंज मैरेज दिसंबर 2011 में बुद्धा कोलोनी स्थित अलखराज अपार्टमेंट में रह रहे रवि शंकर सिंह के साथ हुई थी।

रवि पैसे की डिमांड कर रहा था

पटना वीमेंस कॉलेज से इंगलिश ऑनर्स कर चुकी रश्मि के साथ शुरुआत में तो सारा कुछ सही रहा। लेकिन इधर छह महीने से पति ने डॉमेस्टिक वायलेंस करना शुरू किया। रश्मि बताती है कि उसके फादर के रिटायर होने के बाद जो पैसे मिले रवि उसकी डिमांड कर रहा था। ससुराल वाले भी उसी का साथ दे रहे थे। पैसे नहीं लाने के कारण पति अक्सर पीटता था।

12 अगस्त से थी आईसीयू में

रश्मि बताती है कि 12 अगस्त को पति ने घंटों उसे पीटा। तब तक पीटा जब तक मैं बेहोश नहीं हुई। मेरे बेहोश होने पर सारे लोग मुझे घर में छोड़ कर बच्चे को लेकर चले गए। कई घंटों के बाद जब थोड़ा होश आया तो पड़ोसी के घर जाकर बहन को बुलाया और फिर हास्पीटल पहुंची। वहां दो दिनों के बाद रश्मि पूरा होश आया। बच्चे को खोजा तो पता चला कि उसे ससुराल वाले लेकर चले गए। फिर वीमेन हेल्प लाइन के पास मामला दर्ज हुआ। आखिर 16 अगस्त को वीमेन हेल्प लाइन की मदद से रश्मि को उसका बच्चा मिला।

14 अगस्त को रश्मि के फैमिली वाले आए थे। हमने उसी टाइम से उसके ससुराल वालों पर दबाव डालना शुरू किया। आज जब बच्चा मिला तो वो काफी खुश हुई। मां बच्चे का यह मिलन काफी इमोशनल था।

प्रमिला, प्रोजेक्ट ऑफिसर, वीमेन हेल्प लाइन.